ETV Bharat / state

डूंगरपुर: खरीफ की बुवाई के लिए किसानों को नहीं मिलेगा सरकारी बीज...बाजार से खरीदना पड़ेगा

किसानों की खरीफ की बुवाई के लिए हर साल कृषि विभाग की ओर से उत्तम क्वालिटी का बीज मिलता है. लेकिन इस बार यह बीज किसानों को नहीं मिलेगा. किसानों को बाजार से ही बीज खरीदकर बुवाई करनी होगी.

फसल बुवाई,  कृषि विभाग , Kharif crop , Rajasthan latest news , dungarpur latest news
खरीफ की फसल के लिए इस बार नहीं मिलेंगे बीज
author img

By

Published : Jun 16, 2021, 3:13 PM IST

डूंगरपुर. बारिश का दौर शुरू होने से पहले किसान खरीफ फसल की बुवाई की तैयारियों में जुट गए हैं. कृषि विभाग बुवाई को लेकर तैयारियां मुकम्मल होने का दावा कर रहा है लेकिन इस बार खरीफ की बुवाई पर कोरोना का कहर साफ देखा जा रहा है.

कृषि विभाग (Agriculture Department) का कहना है कि डूंगरपुर जिले में इस बार 1.34 लाख हैक्टेयर में खरीफ की बुवाई होगी. हर साल विभाग की तरफ से किसानों को उत्तम क्वालिटी का मिनीकिट (बीज) दिया जाता है, लेकिन इस बार यह बीज किसानों को नहीं मिल रहा है. सरकार की ओर से ही इस बार विभाग को मक्का के मिनीकिट नहीं मिले हैं. जबकि जिले में सबसे ज्यादा किसान मक्का की ही बुवाई करते हैं और मक्का का उपज क्षेत्रफल भी सबसे ज्यादा है.

खरीफ की फसल के लिए इस बार नहीं मिलेंगे बीज

इसके अलावा उड़द और अरहर के केवल 2800 मिनीकिट ही विभाग के पास हैं. ऐसे में यह मिनीकिट भी नाममात्र के किसानों को ही मिल सकेंगे. जिससे कई किसान मिनीकिट से वंचित रह जाएंगे. ऐसे में इस बार किसानों को बीज बाजार से खरीदकर ही खेतों की बुवाई करनी होगी.

पढ़ें- Rajasthan Weather Today : प्री मानसून सक्रिय होने से बदला मौसम का मिजाज, जोधपुर सहित कई जिलों में बारिश

आइये जानते हैं कितने हैक्टेयर में होगी कौनसी फसल की बुवाई

क्र.फसलबुवाई क्षेत्र (हेक्टेयर)
1धान 16 हजार
2मक्का 62 हजार
3छोटे धान्य 4 हजार
4अरहर 1 हजार
5 उड़द 12 हजार
6तीज 1 हजार
7सोयाबीन36 हजार
8गन्ना 10 हजार

तौकते के बाद किसानों ने कर दी खेतों की जुताई, अब बुवाई का इंतजार

फसल बुवाई को लेकर कृषि उपनिदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि प्रदेश में पिछले दिनों तौकते तूफान के साथ आई बारिश के बाद किसानों ने अपने खेतों में जुताई का काम कर लिया है. अब जैसे ही बारिश आएगी वैसे ही किसान अपने खेतों में बीज बो देगा.

इसके बाद किसान खेतों में समय-समय पर निराई-गुड़ाई के काम के साथ ही उर्वरक के लिए जुट जाएंगे. हालांकि इसके लिए किसानों को जरूरत के अनुसार मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है ताकि पैदावार अच्छी हो सके.

डूंगरपुर. बारिश का दौर शुरू होने से पहले किसान खरीफ फसल की बुवाई की तैयारियों में जुट गए हैं. कृषि विभाग बुवाई को लेकर तैयारियां मुकम्मल होने का दावा कर रहा है लेकिन इस बार खरीफ की बुवाई पर कोरोना का कहर साफ देखा जा रहा है.

कृषि विभाग (Agriculture Department) का कहना है कि डूंगरपुर जिले में इस बार 1.34 लाख हैक्टेयर में खरीफ की बुवाई होगी. हर साल विभाग की तरफ से किसानों को उत्तम क्वालिटी का मिनीकिट (बीज) दिया जाता है, लेकिन इस बार यह बीज किसानों को नहीं मिल रहा है. सरकार की ओर से ही इस बार विभाग को मक्का के मिनीकिट नहीं मिले हैं. जबकि जिले में सबसे ज्यादा किसान मक्का की ही बुवाई करते हैं और मक्का का उपज क्षेत्रफल भी सबसे ज्यादा है.

खरीफ की फसल के लिए इस बार नहीं मिलेंगे बीज

इसके अलावा उड़द और अरहर के केवल 2800 मिनीकिट ही विभाग के पास हैं. ऐसे में यह मिनीकिट भी नाममात्र के किसानों को ही मिल सकेंगे. जिससे कई किसान मिनीकिट से वंचित रह जाएंगे. ऐसे में इस बार किसानों को बीज बाजार से खरीदकर ही खेतों की बुवाई करनी होगी.

पढ़ें- Rajasthan Weather Today : प्री मानसून सक्रिय होने से बदला मौसम का मिजाज, जोधपुर सहित कई जिलों में बारिश

आइये जानते हैं कितने हैक्टेयर में होगी कौनसी फसल की बुवाई

क्र.फसलबुवाई क्षेत्र (हेक्टेयर)
1धान 16 हजार
2मक्का 62 हजार
3छोटे धान्य 4 हजार
4अरहर 1 हजार
5 उड़द 12 हजार
6तीज 1 हजार
7सोयाबीन36 हजार
8गन्ना 10 हजार

तौकते के बाद किसानों ने कर दी खेतों की जुताई, अब बुवाई का इंतजार

फसल बुवाई को लेकर कृषि उपनिदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि प्रदेश में पिछले दिनों तौकते तूफान के साथ आई बारिश के बाद किसानों ने अपने खेतों में जुताई का काम कर लिया है. अब जैसे ही बारिश आएगी वैसे ही किसान अपने खेतों में बीज बो देगा.

इसके बाद किसान खेतों में समय-समय पर निराई-गुड़ाई के काम के साथ ही उर्वरक के लिए जुट जाएंगे. हालांकि इसके लिए किसानों को जरूरत के अनुसार मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है ताकि पैदावार अच्छी हो सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.