डूंगरपुर. बारिश का दौर शुरू होने से पहले किसान खरीफ फसल की बुवाई की तैयारियों में जुट गए हैं. कृषि विभाग बुवाई को लेकर तैयारियां मुकम्मल होने का दावा कर रहा है लेकिन इस बार खरीफ की बुवाई पर कोरोना का कहर साफ देखा जा रहा है.
कृषि विभाग (Agriculture Department) का कहना है कि डूंगरपुर जिले में इस बार 1.34 लाख हैक्टेयर में खरीफ की बुवाई होगी. हर साल विभाग की तरफ से किसानों को उत्तम क्वालिटी का मिनीकिट (बीज) दिया जाता है, लेकिन इस बार यह बीज किसानों को नहीं मिल रहा है. सरकार की ओर से ही इस बार विभाग को मक्का के मिनीकिट नहीं मिले हैं. जबकि जिले में सबसे ज्यादा किसान मक्का की ही बुवाई करते हैं और मक्का का उपज क्षेत्रफल भी सबसे ज्यादा है.
इसके अलावा उड़द और अरहर के केवल 2800 मिनीकिट ही विभाग के पास हैं. ऐसे में यह मिनीकिट भी नाममात्र के किसानों को ही मिल सकेंगे. जिससे कई किसान मिनीकिट से वंचित रह जाएंगे. ऐसे में इस बार किसानों को बीज बाजार से खरीदकर ही खेतों की बुवाई करनी होगी.
आइये जानते हैं कितने हैक्टेयर में होगी कौनसी फसल की बुवाई
क्र. | फसल | बुवाई क्षेत्र (हेक्टेयर) |
1 | धान | 16 हजार |
2 | मक्का | 62 हजार |
3 | छोटे धान्य | 4 हजार |
4 | अरहर | 1 हजार |
5 | उड़द | 12 हजार |
6 | तीज | 1 हजार |
7 | सोयाबीन | 36 हजार |
8 | गन्ना | 10 हजार |
तौकते के बाद किसानों ने कर दी खेतों की जुताई, अब बुवाई का इंतजार
फसल बुवाई को लेकर कृषि उपनिदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि प्रदेश में पिछले दिनों तौकते तूफान के साथ आई बारिश के बाद किसानों ने अपने खेतों में जुताई का काम कर लिया है. अब जैसे ही बारिश आएगी वैसे ही किसान अपने खेतों में बीज बो देगा.
इसके बाद किसान खेतों में समय-समय पर निराई-गुड़ाई के काम के साथ ही उर्वरक के लिए जुट जाएंगे. हालांकि इसके लिए किसानों को जरूरत के अनुसार मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है ताकि पैदावार अच्छी हो सके.