डूंगरपुर. जिला न्यायालय के आदेश पर गुरुवार को डूंगरपुर पंचायत समिति को सील करने के बाद प्रधान लक्ष्मण कोटेड और विकास अधिकारी ने मामले में अमानत राशि को ब्याज सहित चुकाने की प्रक्रिया शुरू की. जिसके बाद पंचायत समिति की ओर से 10 लाख 30 हजार रुपये का चेक परिवादी चित्तौड़ा ट्रेडिंग कंपनी के प्रोप्राइटर जयंतीलाल जैन को सुपुर्द किया गया.
जिसके बाद पंचायत समिति कार्यालय पर लगाई गई सील को खोल दिया गया. बता दें कि इससे पहले गुरुवार को दोपहर के समय डूंगरपुर पंचायत समिति को सील कर दिया था. वहीं ये मामला 19 साल पुराना है, जिसमे पंचायत समिति ने दुकान निर्माण में लिए परिवादी चित्तौड़ा ट्रेडिंग कंपनी से 3 लाख रुपये लिए थे लेकिन पंचायत समिति ने न तो दुकाने बनाई और न ही रुपये लौटाए.
पढ़ेंः अजमेर: चोर-चोर के शोर ने कराई पुलिस की परेड, छतों से कूदकर हुआ फरार
जिस पर कोर्ट ने मामले में अमानत राशि के साथ ही ब्याज करीब 10 लाख रुपये चुकाने के आदेश दिए थे. इसके बावजूद पंचायत समिति ने राशि नहीं दी, जिस पर गुरुवार को कोर्ट के आदेश पर कुर्की के लिए पंचायत समिति पर सील की कार्रवाई की गई थी.