डूंगरपुर. कोरोना वायरस की महामारी की रोकथाम को लेकर पुलिस के जवान एक सैनिक की तरह डटे हैं. लॉकडाउन के बाद से ही पुलिस दिन-रात लोगों की सुरक्षा में जुटी हुई है. उसे न तो भूख-प्यास का ठिकाना और न ही धूप-छावं का. ऐसे में डूंगरपुर नगर परिषद कोरोना कर्मवीरों के रूप में काम कर रहे पुलिसकर्मियों के सम्मान में आगे आई है. नगर परिषद ने शुक्रवार को शहर के तहसील चौराहे पर ऐसे ही पुलिसकर्मियों को शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया. साथ ही मौके पर मौजूद जिला न्यायाधीश ने भी पुलिस को इस सम्मान का असली हकदार बताया.
जिला न्यायाधीश महेंद्रसिंह सिसोदिया ने कहा कि, कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए पुलिस दिन रात काम में जुटी हुई है. सड़कों और गलियों में खडे होकर लॉकडाउन का पालन कारवा रही है. ऐसे में पुलिसकर्मी सम्मान के असली हकदार है. उन्होंने देश के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस पर हो रहे हमले की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि, पुलिस लोगों की सुरक्षा में लगी है, इसलिए उनका सम्मान किया जाना चाहिए.
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जिला न्यायाधीश महेंद्र सिंह सिसोदिया, सभापति केके गुप्ता ने भी कोरोना की जंग में डटकर खड़े पुलिसकर्मियों को शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया. साथ ही पुलिसकर्मियों को छाता भी दिया, ताकि भीषण गर्मी में भी वे सड़क पर छाते की छाया में अपनी ड्यूटी को बखूबी निभा सकें.