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डूंगरपुर का बेणेश्वरधाम बना टापू, 25 श्रद्धालु फंसे

सोमकमला आंबा बांध के गेट खोलने से बेणेश्वरधाम फिर एक माह में 5वीं बार बना टापू बन गया है. यहां करीब 25 श्रद्धालु फंसे हुए हैं.

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Published : Aug 28, 2019, 10:46 AM IST

डूंगरपुर. बारिश के चलते जिले के सबसे बड़े सोमकमला आंबा बांध के 4 गेट खोल दिये गए हैं. वहीं, बांसवाड़ा के माही बांध के 16 गेट खुले है, जिनसे निकल रही अथाह जलराशि के कारण डूंगरपुर जिले का बेणेश्वरधाम टापू में बदल गया है. धाम पंहुच के तीनों पुलियों पर करीब 8 से 10 फीट तक पानी बह रहा है.

सोमकमला आंबा बांध के गेट खोले गए

बेणेश्वरधाम पर जिले का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र है. धाम पर शिव मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर और ब्रम्हा मंदिर स्थित है. ददसोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम बेणेश्वरधाम पंहुच के तीनों पुलियों साबला, वालाई और बांसवाड़ा से आने वाले मार्ग पर करीब 8 से 10 फीट पानी बह रहा है. जिसके कारण धाम पूरी तरह से टापू में तब्दील हो गया है.

पढे़ं- जल परियोजनाओं का समय पर पूरा होना सुनिश्चित करें : सीएम गहलोत

धाम पर मंदिर के पुजारी, स्थानीय व्यापारी और लोग करीब 25 लोग फसें हुए हैं. हालांकि उन्हें किसी तरह का खतरा नहीं है और पूरी तरह से सुरक्षित है. आपको बता दें कि बेणेश्वरधाम इस माह में पांचवी बार टापू बना है. जिले के सबसे बड़े सोमकमला आंबा बांध के 4 गेट खुले हुए है. जिनसे 19 हजार 128 कयूसेक पानी की निकासी हो रही है. बांध के गेट संख्या 1 और 13 को 70-70 सेमी और गेट संख्या 2 और 12 को 50-50 सेमी खोला गया है.

डूंगरपुर. बारिश के चलते जिले के सबसे बड़े सोमकमला आंबा बांध के 4 गेट खोल दिये गए हैं. वहीं, बांसवाड़ा के माही बांध के 16 गेट खुले है, जिनसे निकल रही अथाह जलराशि के कारण डूंगरपुर जिले का बेणेश्वरधाम टापू में बदल गया है. धाम पंहुच के तीनों पुलियों पर करीब 8 से 10 फीट तक पानी बह रहा है.

सोमकमला आंबा बांध के गेट खोले गए

बेणेश्वरधाम पर जिले का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र है. धाम पर शिव मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर और ब्रम्हा मंदिर स्थित है. ददसोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम बेणेश्वरधाम पंहुच के तीनों पुलियों साबला, वालाई और बांसवाड़ा से आने वाले मार्ग पर करीब 8 से 10 फीट पानी बह रहा है. जिसके कारण धाम पूरी तरह से टापू में तब्दील हो गया है.

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धाम पर मंदिर के पुजारी, स्थानीय व्यापारी और लोग करीब 25 लोग फसें हुए हैं. हालांकि उन्हें किसी तरह का खतरा नहीं है और पूरी तरह से सुरक्षित है. आपको बता दें कि बेणेश्वरधाम इस माह में पांचवी बार टापू बना है. जिले के सबसे बड़े सोमकमला आंबा बांध के 4 गेट खुले हुए है. जिनसे 19 हजार 128 कयूसेक पानी की निकासी हो रही है. बांध के गेट संख्या 1 और 13 को 70-70 सेमी और गेट संख्या 2 और 12 को 50-50 सेमी खोला गया है.

Intro:डूंगरपुर। बारिश के चलते जिले के सबसे बड़े सोमकमला आंबा बांध के 4 गेट खोल दिये गए है। वहीं बांसवाड़ा के माही बांध के 16 गेट खुले है जिनसे निकल रही अथाह जलराशि के कारण डूंगरपुर जिले का बेणेश्वरधाम टापू में बदल गया है। धाम पंहुच के तीनों पुलियों पर करीब 8 से 10 फ़ीट तक पानी बह रहा है। Body:बेणेश्वरधाम पर जिले का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र है। धाम पर शिव मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर और ब्रम्हा मंदिर स्थित है। सोम, माही व जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम बेणेश्वरधाम पंहुच के तीनों पुलियों साबला, वालाई और बांसवाड़ा से आने वाले मार्ग पर करीब 8 से 10 फ़ीट पानी बह रहा है, जिस कारण धाम पूरी तरह से टापू में तब्दील हो गया है। धाम पर मंदिर के पुजारी, स्थानीय व्यापारी और लोग करीब 25 लोग फसें हुए है। हालांकि उन्हें किसी तरह का खतरा नहीं है और पूरी तरह से सुरक्षित है। आपको बता दे कि बेणेश्वरधाम इस माह में पांचवी बार टापू बना है।

- सोमकमला आंबा बांध के 4 गेट खुले, 19 हजार 128 हजार क्यूसेक पानी की निकासी
जिले के सबसे बड़े सोमकमला आंबा बांध के 4 गेट खुले हुए है, जिनसे 19 हजार 128 कयूसेक पानी की निकासी हो रही है। बांध के गेट संख्या 1 व 13 को 70-70 सेमी ओर गेट 2 व 12 को 50-50 सेमी खुले है। इसके अलावा बांसवाड़ा के माही बांध के 16 गेट खुले होने के कारण भी बेणेश्वरधाम टापू बन गया है।Conclusion:
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