डूंगरपुर. जिले में बाल श्रम के खिलाफ शुक्रवार को चाइल्ड लाइन, मानव तस्करी विरोधी यूनिट और पुलिस ने मिलकर बड़ी कार्रवाई की है. इस दौरान संयुक्त टीम ने निर्माण कार्य पर मजदूरी कर रहे 3 बच्चों को बाल श्रम से छुड़ाया है. जिसमें एक लड़का और दो लड़कियां शामिल हैं.
फिलहाल, सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति के पास रखा गया है. जिसके बाद उन्हें परिजनों को सौंपा दिया जाएगा और फिर से स्कूल भेजने की कोशिश की जाएगी. वहीं, बाल श्रम करवाने वाले ठेकेदार पर भी कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें- PCC में जन सुनवाई के दौरान आपस में भिड़े कांग्रेस के मंत्री और सचिव, गर्ग पर कार्यकर्ताओं का काम नहीं करने का आरोप
बताया जा रहा है कि चाइल्ड लाइन को रामसागड़ा में 3 बाल श्रमिकों के काम करने की शिकायत मिली थी. जिस पर चाइल्ड लाइन, मानव तस्करी विरोधी यूनिट और रामसागड़ा थाना पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की. टीम ने निर्माण कार्य पर काम रहे 3 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है. जिसमें 2 बालिकाएं और एक बालक मजदूरी करते हुए पाए गए.
संयुक्त टीम ने बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाते हुए बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया है. जहां से बालिकाओं को मुस्कान संस्थान के बालिका गृह में रखा गया. वहीं बालक को बाल संप्रेषण गृह भेज दिया गया है. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भरत भट्ट ने बताया कि बाल श्रमिकों के परिजनों को बुलाकर उनसे काउंसलिंग की जाएगी और बच्चों को पुनः स्कूल भेजने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने बताया कि ये बच्चे निर्माण कार्य में काम कर रहे थे. जिसकी सूचना मिलने के बाद बच्चों को वहां से मुक्त कराया गया है.