डूंगरपुर. जिले के रामसागड़ा थाना क्षेत्र के अटूनी खेड़ा गांव में एक किसान की ट्रांसफार्मर पर चढ़ने से करंट लगने के कारण दर्दनाक मौत हो गई. किसान पड़ोस के राज्य गुजरात का रहने वाला है और उसके खेत राजस्थान की सीमा में पड़ते हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुजरात के ईटावा निवासी अमरा उर्फ अमृतलाल पुत्र हुरमा खांट के खेत का आधा हिस्सा राजस्थान और लगभग आधा ही हिस्सा गुजरात दोनों की सीमा में पड़ता है. गुरुवार शाम के समय अमरा राजस्थान की सीमा में ऊंटनी खेडा गांव में अपने खेतों पर आया था. इस दौरान वह बिजली के ट्रांसफार्मर पर चढ़ गया, जिससे उसे करंट का झटका लगा और गम्भीर रूप से झुलस गया. करंट से उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई.
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घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. सूचना पर रामसागड़ा थानाधिकारी बाबूलाल डामोर मौके पर पंहुचे और बिजली लाइन को बंद करवाते हुए शव को नीचे उतारा और डूंगरपुर जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया. आज शुक्रवार को शव के पोस्टमार्टम को लेकर कार्रवाई बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. बताया जा रहा है मृतक किसान बिजली कनेक्शन ठीक करने के लिए ट्रांसफार्मर पर चढ़ा था. ट्रांसफार्म के पास पुलिस ने एक सीढ़ी भी बरामद की है. फिलहाल पुलिस घटना को लेकर जांच कर रही है.
मदद में भामाशाह आए आगे
कोरोना महामारी से निबटने के लिए राज्य सरकार सख्त कदम उठा रही है तो वहीं कई भामाशाह और स्वयंसेवी संगठन भी मदद के लिए आगे आ रहे है. जिले के पंचायतीराज कर्मचारियो ने भी 1 लाख 15 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का चैक कलेक्टर को सौंपा है. सभी अधिकारियों व कर्मचारियो ने मिलकर 1 लाख 15 हजार रुपये की राशि एकत्रित कर राज्य सरकार के नाम जिला कलेक्टर को चेक सौंपा.
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जिला परिषद सीईओ अंजली राजोरिया ने बताया कि पंचायत समिति बिछीवाड़ा के विकास अधिकारी हरिप्रसाद बरजोड के नेतृत्व में पंचायत समिति बिछीवाड़ा के स्टाफ ने 1 लाख 15 हजार रुपये का सहयोग दिया है। इस दौरान पोपटलाल कटारा, अजय जोशी, ललित रोत, दिनेश यादव मौजूद थे। वही पंचायतीराज विभाग की ओर से अब तक 4 लाख 40 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया करवाई गई है।