डूंगरपुर. जिले में एक बार फिर से ममता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. एक बार फिर से एक मां ही बेटी को जन्म देने के बाद उसे मरने के लिए सड़क किनारे फेंक कर चली गई. लेकिन कहते हैं ना कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है, तो एक सफाई कर्मचारी की बच्ची पर नजर पड़ी. सफाईकर्मी ने पुलिस की मदद से नवजात को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
डूंगरपुर नगर परिषद के सफाई कर्मचारी रोजाना की तरह शहर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की ओर सफाई कर रहे थे. उसी दरम्यान एक सफाईकर्मी ने हाउसिंग बोर्ड ऑफिस के सड़क किनारे कपड़े में लिपटे एक नवजात को पड़ा हुआ देखा तो होश उड़ गए. देखते ही देखते मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई. सफाईकर्मी ने इसकी सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी.
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात बच्ची को डूंगरपुर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया है. नवजात बच्ची के घुटने पर घाव का निशान और शरीर पर कई जगह चोटें भी है. शिशु रोग विशेषज्ञ ने जांच के बाद उसे एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कर दिया है. नवजात बच्ची की उम्र लगभग साढ़े 6 माह और समय से पूर्व डिलेवरी होना बताया जा रहा है. बच्ची काफी कमजोर है और उसका वजन भी 1 किलो 200 ग्राम ही है.
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फिलहाल पुलिस ने मामले में अज्ञात महिला के खिलाफ केस दर्ज करते हुए उसकी तलाश शुरू कर दी है. वहीं पुलिस मामले में आसपास के अस्पताल में जांच कर रही है और पता लगाने के प्रयास किये जा रहे है कि किसी महिला की प्री मैच्योर डिलेवरी हुई है, या फिर बच्ची सड़क तक कैसे पहुंची और किसने वहां पर रखा.