डूंगरपुर. कोरोना की दूसरी लहर जनलेवा बन चुकी है. संक्रमण को रोकने के तमाम प्रयासों के बावजूद 50 दिनों में ही 15 हजार से ज्यादा नए पॉजिटिव केस सामने आए है. वहीं मरने वालो का आंकड़ा भी 500 तक चला गया. जिले में ऐसे हालातों से भयावह स्थिति उभरकर सामने आई है, हालांकि जिले में पिछले कुछ दिनों से पॉजिटिव मरीजों के साथ ही मौत के आंकड़े में कमी आई है.
जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते पिछले दो माह से हाहाकार मचा हुआ है. वहीं अब गिरते आंकड़ों से आमजन के साथ जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग को भी थोड़ी राहत मिली है. कोरोना की दूसरी लहर के 50 दिनों के दौरान जिले में 15 हजार से अधिक कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए है. वहीं संक्रमण के चलते 500 से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई है. अब धीरे-धीरे पॉजिटिव केस और मौतों के आंकड़े कम होने से प्रशासन को उम्मीद बंधी है. जिससे शीघ्र ही डूंगरपुर जिला इस महामारी से उबर जाएगा.
जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने बताया कि पहले जिले में रोजाना करीब 350 नए पॉजिटिव केस आने के साथ औसतन 30 मौत प्रतिदिन हो रही थी, वहीं अब यह आंकड़ा घटकर आधा हो गया है. कलेक्टर ओला ने कहा कि प्रशासन ने चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर चिकित्सा आपके द्वार अभियान चलाया और डोर टू डोर सर्वे कर मरीजों को चिन्हित किया. चिन्हित मरीजों को आवश्यकतानुसार घर पर ही दवाइयां दी गई. वहीं जरूरत वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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इसी के परिणाम स्वरूप कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है. कलेक्टर ने कहा कि जिले की पॉजिटिविटी रेट भी 30% से घटकर 15% रह गई है, जो आने वाले समय के लिए अच्छे संकेत है. कलेक्टर सुरेश कुमार ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे लापरवाही नहीं बरते और हालात सुधरने के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करे.
जिला कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का दौरा
डूंगरपुर में कोरोना की दूसरी लहर अभी थमी नहीं है कि प्रशासन ने तीसरी लहर को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने शनिवार को जिला अस्पताल का दौरा किया. अपने दौरे के दौरान कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अस्पताल में की जा रही तैयारियों और व्यवस्थाओं का जायजा लिया.