धौलपुर. पैगम्बर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके योद्धाओं की शहादत की याद में मनाये जाने वाले मोहर्रम के त्योहार के बाद बीती देर रात धौलपुर में रियासत कालीन तीजा निकाला गया. तीजे को देखने के लिए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के हजारों लोग धौलपुर पहुंचे. तीजे के जूलूस मे अलम, बुराक सहित करीब दस दर्जन से अधिक ताजियों के साथ बाहर से आये. साथ ही जाने-माने 20 अखाडों ने अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन को दिखाया.
बता दें कि पूरे इलाके में मशहूर इस तीजे का जुलूस अखाड़ों के साथ देर रात को निकाला गया. धौलपुर में मशहूर तीजे की शुरुआत रियासत काल मे मुन्नू खां ठेकेदार के पूर्वजों ने की थी. जिनकी मौत के बाद आज भी उनके परिजन मुंबई से आकर इस तीजे को निकालते है और तैयारियों को लेकर सारी जिम्मेदारी उठाते हैं.
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रात भर निकाला गया तीजा शहर के मुख्य मार्गों से होता हुआ अलसुबह के पहर को करबला पहुंचा. यहां ताजियों को दफन किया गया. शहर में निकाले गए तीजे में अन्य जिलों से आये अखाड़ेबाजों ने हैरतअंगेज प्रदर्शन कर लोगों को दांतो तले उंगलिया दबाने को मजबूर कर दिया. तीजे को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये गए थे.