धौलपुर. राज्यसभा चुनाव में भाजपा से बगावत कर कांग्रेस नेता को वोट देकर भाजपा से निष्कासित हुईं विधायक शोभारानी कुशवाहा ने 18 अक्टूबर को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली हैं. शनिवार देर शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर आरोप लगाए. वहीं, भाजपा जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर ने कुशवाह के बयान को तथ्यहीन बताया है.
विधायक शोभारानी कुशवाह ने बताया कि जब भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी तब बीजेपी ने विकास को प्राथमिकता देने की बात कही थी, लेकिन भाजपा अपने वादे से मुकर गई. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने धौलपुर के विकास की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया. धौलपुर नगर परिषद के चुनाव में भाजपा का पूर्ण बहुमत होने के बावजूद शीर्ष नेताओं की वजह से बोर्ड नहीं बन पाया था. भाजपा के बड़े नेताओं के कारण उनके कार्यकर्ताओं को आघात लगा था. इसके अलावा पंचायती राज चुनाव में भी उनके साथ भाजपा के नेताओं ने सही नहीं किया.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ : विधायक शोभारानी कुशवाह बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनकी मांगों को वरीयता दी है. धौलपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री की बदौलत विकास के काम हुए हैं. सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा आदि बुनियादी समस्याओं से लोगों को निजात मिली है.
सैंपऊ पंचायत समिति प्रधान समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं ने ली कांग्रेस की सदस्यता : विधायक शोभारानी कुशवाह के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता भाजपा के सैंपऊ पंचायत समिति प्रधान तुलसीराम कुशवाह, विक्रम सिसोदिया, भाजपा पार्षद एवं जिला अध्यक्ष एससी मोर्चा, उपेंद्र कुशवाह प्रदेश, कार्यकारिणी सदस्य युवा मोर्चा भाजपा, अनिल धारिया पार्षद भाजपा समेत और कई लोगों ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की.
पति बीएल कुशवाह काट रहे आजीवन कारावास की सजा : धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाह के पति एवं पूर्व विधायक बीएल कुशवाह बहन के प्रेमी की हत्या के षड्यंत्र के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. बीएल कुशवाह पर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा में चिटफंड के भी मामले दर्ज हैं. शोभारानी कुशवाह से भी चिटफंड के मामले में पूछताछ हो चुकी है.
भाजपा जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर ने क्या कहा ? : भाजपा जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर ने बताया विधायक शोभारानी कुशवाह को पार्टी ने सबकुछ दिया था, लेकिन उनकी महत्वाकांक्षाएं अधिक बढ़ गई थीं. बीजेपी पार्टी की गाइडलाइन के विपरीत उन्होंने काम किया था. राज्यसभा चुनाव में पार्टी से बगावत कर क्रॉस वोट किया था. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने निर्णय लेकर उनको निष्कासित किया था. विधायक शोभारानी कुशवाह द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद, निराधार एवं तथ्यहीन हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा में अनुशासनहीनता कभी भी बर्दाश्त नहीं की जाती है.