धौलपुर: जिला कांग्रेस (Congress) में पिछले 1 वर्ष से फुट बीती रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा (Govind Singh Dotasara) के दखल के बाद समाप्त हो गई. लगभग 1 वर्ष पूर्व प्रदेश कांग्रेस (Congress) में आए सियासी भूचाल के बाद राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा एवं बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा में विवाद बढ़ गया था.
बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा (Girraj Malinga) गहलोत गुट (Gehlot Camp) के माने जाते हैं वही राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा तत्कालीन समय पर सचिन पायलट गुट के रहे थे, लेकिन ऐन वक्त पर अशोक गहलोत गुट में शामिल हो गए थे. तभी से राजाखेड़ा विधायक और बाड़ी विधायक में बयान बाजी का दौर चल रहा था. इस संघर्ष में बसेड़ी के कांग्रेसी विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा का समर्थन बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को खुलेआम मिल रहा था.
शुक्रवार को जिला परिषद और पंचायत समिति के परिणाम में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिला है. धौलपुर (Dholpur) जिला परिषद में कांग्रेस को 23 वार्ड में से 17 पर जीत मिली है. वहीं भाजपा महज 6 सीट पर सिमट कर रह गई है. कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत आने के बाद बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा एवं राजाखेड़ा विधायक रोहित वोहरा में सियासी घमासान चल रहा था. दोनों ही विधायक अपने अपने क्षेत्रों से जिला प्रमुख बनाने का दावा कर रहे थे.
इस संघर्ष को शीर्ष नेतृत्व ने हल्के में नहीं लिया. अपनी रणनीति को धरातल पर उतारने के लिए सीएम आवास पर दोनों नेता पहुंचे. वहीं पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा भी मौजूद थे. सीएम के दखल के बाद तीनों विधायक एकजुट हो गए. शनिवार सुबह बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के आवास पर राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा पहुंच गए. जहां जिला प्रभारी की मौजूदगी में प्रेस वार्ता कर कांग्रेस को एक मंच पर होने का दावा किया है.
सूत्रों से मिली जानकारी में वार्ड नंबर 15 से जिला परिषद के चुनाव पर जीती भगवान देवी का जिला प्रमुख बनना लगभग तय माना जा रहा है.
भगवान देवी पूर्व में भी रह चुकी है कांग्रेस की जिला प्रमुख
राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर 15 से कांग्रेस के सिंबल पर विजेता भगवान देवी पूर्व में भी कांग्रेस की जिला प्रमुख रह चुकी है. भगवान देवी को राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा का काफी नजदीकी माना जाता है. गौरतलब है कि जिला प्रमुख बनने के साथ कांग्रेस धौलपुर, राजाखेड़ा और बाड़ी पंचायत समिति में भी स्पष्ट बहुमत के साथ प्रधान बना रही है. वहीं बसेड़ी और सरमथुरा पंचायत समिति में निर्दलीयों ने भाजपा और कांग्रेस का गणित बिगाड़ दिया है. सैपऊ पंचायत समिति में भाजपा का प्रधान बनना तय माना जा रहा है.