धौलपुर. इन दिनों प्रदेशभर झोलाछाप डॉक्टरों की ओर से किए जा रहे उपचार को लेकर सवाल उठाए जा रहे है. ताजा मामला जिले के दिहोली थाना क्षेत्र का है जहां एक निजी क्लिनिक पर उपचार के दौरान एक अधेड़ की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने कोहराम मचा दिया. झोलाछाप डॉक्टर मौका देखकर भाग छुटा.
मामला जिले के दिहोली थाना क्षेत्र के तोमर का पुरा गांव का है जहां रहने वाले एक अधेड़ की झोलाछाप डॉक्टर के निजी क्लीनिक पर उपचार के दौरान मौत हो गई. परिजन बिगड़ी हालात में जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों की टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद अधेड़ को मृत घोषित कर दिया.
अधेड़ की मौत से परिवार में मातम छा गया. पुलिस ने अधेड़ के शव का मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया. आरोपी झोलाछाप चिकित्सक के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक अर्जुन सिंह पुत्र रामलाल निवासी गांव तोमर का पुरा का उपचार एक झोलाछाप चिकित्सक कन्हैया कर रहा था. झोलाछाप चिकित्सक कन्हैया ने ₹4000 का ठेका लेकर वायरल ठीक करने का भरोसा दिया था. पीड़ित ने ₹4000 पूर्व में ही दे दिए थे. 2 दिन तक झोलाछाप चिकित्सक ने इंजेक्शन टेबलेट देकर उपचार किया था.
बीती रात अचानक अधेड़ की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे झोलाछाप चिकित्सक के पास लेकर पहुंचे, जहां उसने इंजेक्शन लगाए. इंजेक्शन लगने के बाद पीड़ित के शरीर में रिएक्शन हो गया जिससे अधेड़ की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. परिजन आनन-फानन में अधेड़ को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण कर अधेड़ को मृत घोषित कर दिया. आरोपी झोलाछाप चिकित्सक क्लीनिक को बंद कर फरार बताया जा रहा है.