धौलपुर. जिले में नर्सिंग कर्मंचारियों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले भर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गुरुवार को सुबह 8 बजे से लेकर 10 बजे तक 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया. जिला मुख्यालय स्थित सरकारी अस्पताल के सामने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर हंगामा किया. कार्य बहिष्कार कर नर्सिंग कर्मचारियों ने सरकार पर वादा खिलाफी के भी आरोप लगाए हैं. साथ ही उन्होंने एक ज्ञापन दिया जिसमें चेतावनी दी है कि यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो वे 23 अगस्त को जयपुर में राज्य स्तरीय रैली के लिए कूच करेंगे.
इस दौरान नर्सिंगकर्मियों ने कहा कि 11 सूत्रीय मांगों के संबंध में पिछले साढे 4 सालों से सरकार ने कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है. ऐसे में मजबूरन उन्हें राज्य स्तरीय नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति का गठन कर आंदोलन चलाना पड़ रहा है. उन्होंने बताया प्रांतीय आह्वान पर गुरुवार को 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया है. इस दौरान नर्सिंग कर्मियों ने नारेबाजी कर मांगों के संबंध में आवाज बुलंद की. नर्सेज संघर्ष समिति के सदस्य मुकेश शर्मा ने बताया कि एसडीएम को राज्य सरकार के नाम ज्ञापन दिया. जिसमें 11 सूत्रीय मांगों पर 15 अगस्त से पूर्व सक्षम स्तरीय वार्ता आयोजित कर अपेक्षित निर्णय की अपील की है. साथ ही चेतावनी दी है कि यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो 23 अगस्त को जयपुर में राज्य स्तरीय रैली के लिए कूच करने और सामूहिक कार्य बहिष्कार जैसे चरण अपनाने के लिए बाध्य होने की बात कही गई है.
उन्होंने बताया साढ़े 4 साल तक मेडिकल कर्मचारी आंदोलन करते रहे हैं. इस दरमियान राज्य सरकार से वार्ता भी हुई थी. राज्य सरकार ने मांगों को लागू करने का भरोसा भी दिया था. अब अशोक गहलोत सरकार का लगभग कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. लंबा समय गुजर जाने के बाद भी राज्य सरकार ने मेडिकल कर्मचारियों के हितों की तरफ ध्यान नहीं दिया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने नर्सिंग कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी की है. कोरोना महामारी के दौरान हेल्थ वर्कर ने जान की बाजी लगाकर प्रदेश की सेवा की थी. लेकिन सरकार आंख कान बंद किए हुए हैं. राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा अगर 11 सूत्रीय मांगों को लागू नहीं किया गया तो सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा.