बाड़ी (धौलपुर). जिले के बाड़ी उपखंड पर शहर के बसेड़ी रोड पर धौलपुर पुलिस के तत्वाधान में जयपुर से आई माइंड रूट फाउंडेशन के साथ एम्स दिल्ली से प्रशिक्षित डॉ. डीएस पूनिया से परिचर्चा कर मानसिक स्वास्थ्य की एबीसीडी समझने के लिए आयोजित मोटिवेशनल सेमिनार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों की संख्या में पहुंचे स्कूली छात्र-छात्राओं ने शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी ली.
जिला आरएसी बटालियन के चिकित्सक डॉ. परमेश चंद्र पाठक ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन का वह भाग है, जिस पर शायद हम सबसे कम विचार करते हैं या यूं कहें किसी से साझा करने में भी हम कतराते हैं. हमारी परवरिश में शुरू से ही शारीरिक स्वास्थ्य पर तो पुरजोर ध्यान दिया जाता है पर मानसिक स्वास्थ्य के क-ख-ग के बारे में नहीं बताया जाता.
ऐसे में जीवन के कई मोड़ों पर चाहे वे स्कूल,कॉलेज में पढ़ते समय हो या फिर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के समय, हम में से कई ने तनाव,अवसाद इत्यादि को भली भांति अनुभव किया है. हम में से जो लोग मानसिक रूप से मजबूत थे या यूं कहें मानसिक रूप से स्वस्थ थे वो इन मनोवैज्ञानिक विकारों को समझकर अनवरत संघर्ष करते रहे और मंजिल पा गए.
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इसी भाव को धौलपुर जिले के युवा पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा द्वारा समझा गया और स्कूल,पुलिस, जेल गांव सहित तमाम समाज के अंगों के लिए परिचर्चा का आयोजन जिले भर में रखा गया. मनोरोग चिकित्सक डॉ. डीएस पूनिया ने बताया कि जिस प्रकार हम शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देते हैं,उसी प्रकार हमें मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए. मानसिक स्वास्थ्य के कमजोर होने या बिगड़ने पर कई प्रकार की परेशानियां खड़ी हो जाती हैं,जो कई बार एक बड़े खतरे की ओर ले जाती है.
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वहीं राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल केसरबाग धौलपुर के प्रिंसिपल ले.कर्नल.नीलेश इन्गले ने कहा कि कुछ दिनों बाद बच्चों की बोर्ड परीक्षाये होने जा रही है. ऐसे आयोजनों से बच्चो को संभल मिलेगा,बच्चों के परिजनों को भी चाहिये कि वे उनकी देखभाल करे और उन्हें समय दें. कार्यक्रम में एडिशनल एसपी राजेंद्र वर्मा ने भी मंच से अपना उद्बोधन दिया और बच्चों को मन से परीक्षा देने और किसी प्रकार से भयभीत नहीं होने की सलाह दी.