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धौलपुर : ASI पर बजरी माफियाओं ने किया जानलेवा हमला, हालत नाजुक

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Published : Jan 25, 2020, 3:22 PM IST

धौलपुर में अवैध बजरी खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है. सैपऊ कस्बे में बिजली घर के पीछे बजरी का स्टॉक देखने पहुंचे एएसआई राजेश सिंह पर माफियाओं ने लाठी और डंडों से हमला बोल दिया. एएसआई को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

mafia attack on ASI in Dholpur, धौलपुर अवैध बजरी खनन
ASI पर माफियाओं ने किया जानलेवा हमला

धौलपुर. जिले में बजरी माफियाओं का खौफ और आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में हालात बद से बदतर हो चुके हैं. बजरी माफिया आमजन की बात तो दूर रही अब पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. ताजा मामला सैपऊ कस्बे में बिजली घर के पीछे घटित हुआ. जहां अवैध चंबल बजरी की खेप डालने आए बजरी माफियाओं का स्टॉक देखने पहुंचे स्थानीय सैपऊ पुलिस थाने के ASI राजेश सिंह पर लाठी और डंडों से हमला बोल दिया.

ASI पर माफियाओं ने किया जानलेवा हमला

हमले में एएसआई राजेश सिंह के हाथ-पैर और सिर में चोटें आई हैं. लहूलुहान एएसआई राजेश सिंह को स्थानीय ग्रामीणों ने बजरी माफियाओं से बचाया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एएसआई पर हुए हमले के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार सिंह पुलिस फोर्स के साथ अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में एएसआई राजेश सिंह की चोटों का एक्स-रे और उपचार किया जा रहा है. पुलिस पर बजरी माफिया द्वारा किए गए हमले से लोगों में दहशत है.

जिले में बजरी माफिया बेखौफ और बेलगाम हैं. पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद भी बजरी माफिया पर नकेल नहीं कसी जा सकी है. उसी का परिणाम है, कि बजरी से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली दिनदहाड़े न केवल हाईवे पर बल्कि घनी आबादी और कस्बे के बाजारों से भी बेरोकटोक गुजर रहे हैं. हैरानी की बात तो यह है, कि बजरी माफिया की दबंगई के चलते पुलिस प्रशासन ने एक तरह से सरेंडर कर दिया है. जिसकी वजह से अवैध चंबल बजरी का कारोबार और इस कारोबार में माफिया और बदमाश किस्म के लोग बढ़ते जा रहे हैं.

जिले के NH-3,NH-11 और NH-123 सहित अन्य सड़क मार्गों पर बजरी माफिया पुलिस को ठेंगा दिखते हुए इस कारोबार को परवान पर पहुंचा रहे हैं. बजरी के गोरखधंधे में खासकर तटवर्ती इलाके के लोग शामिल हैं. जो सैकड़ों की तादाद में ट्रैक्टर-ट्रालियों की लाइन लगाकर फर्राटे से सड़कों पर दौड़ रहे हैं. पुलिस विभाग लाचार और असहाय खड़ा होकर देख रहा है. पुलिस के कुछ नुमाइंदे कार्रवाई करने की जहमत उठाते हैं तो बजरी माफियाओं के हमलों का शिकार हो जाते हैं.

पढ़ें- रास्ते में मिले 35 हजार लौटाकर रिक्शाचालक ने दिया ईमानदारी का परिचय

ऐसा ही मामला सैपऊ कस्बे की घनी आबादी में देखने को मिला. जब बजरी का स्टॉक करने आये माफियाओं को रोकने के लिए स्थानीय थाने के एएसआई ने जाल बिछाया. लेकिन पुलिस फोर्स का अभाव होने पर आधा दर्जन माफियाओं ने एएसआई पर जानलेवा हमला कर दिया. उधर, पुलिस मिडिया के सामने से मुंह खोलने से बचती हुई दिखाई दी. सैपऊ सीओ कैमरे से दूर भागते नजर आये.

प्रकरण में पुलिस ने अज्ञात बजरी माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने बताया, कि बजरी माफियाओं को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा. फिलहाल घटना से आमजन दहशत में हैं.

धौलपुर. जिले में बजरी माफियाओं का खौफ और आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में हालात बद से बदतर हो चुके हैं. बजरी माफिया आमजन की बात तो दूर रही अब पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. ताजा मामला सैपऊ कस्बे में बिजली घर के पीछे घटित हुआ. जहां अवैध चंबल बजरी की खेप डालने आए बजरी माफियाओं का स्टॉक देखने पहुंचे स्थानीय सैपऊ पुलिस थाने के ASI राजेश सिंह पर लाठी और डंडों से हमला बोल दिया.

ASI पर माफियाओं ने किया जानलेवा हमला

हमले में एएसआई राजेश सिंह के हाथ-पैर और सिर में चोटें आई हैं. लहूलुहान एएसआई राजेश सिंह को स्थानीय ग्रामीणों ने बजरी माफियाओं से बचाया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एएसआई पर हुए हमले के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार सिंह पुलिस फोर्स के साथ अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में एएसआई राजेश सिंह की चोटों का एक्स-रे और उपचार किया जा रहा है. पुलिस पर बजरी माफिया द्वारा किए गए हमले से लोगों में दहशत है.

जिले में बजरी माफिया बेखौफ और बेलगाम हैं. पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद भी बजरी माफिया पर नकेल नहीं कसी जा सकी है. उसी का परिणाम है, कि बजरी से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली दिनदहाड़े न केवल हाईवे पर बल्कि घनी आबादी और कस्बे के बाजारों से भी बेरोकटोक गुजर रहे हैं. हैरानी की बात तो यह है, कि बजरी माफिया की दबंगई के चलते पुलिस प्रशासन ने एक तरह से सरेंडर कर दिया है. जिसकी वजह से अवैध चंबल बजरी का कारोबार और इस कारोबार में माफिया और बदमाश किस्म के लोग बढ़ते जा रहे हैं.

जिले के NH-3,NH-11 और NH-123 सहित अन्य सड़क मार्गों पर बजरी माफिया पुलिस को ठेंगा दिखते हुए इस कारोबार को परवान पर पहुंचा रहे हैं. बजरी के गोरखधंधे में खासकर तटवर्ती इलाके के लोग शामिल हैं. जो सैकड़ों की तादाद में ट्रैक्टर-ट्रालियों की लाइन लगाकर फर्राटे से सड़कों पर दौड़ रहे हैं. पुलिस विभाग लाचार और असहाय खड़ा होकर देख रहा है. पुलिस के कुछ नुमाइंदे कार्रवाई करने की जहमत उठाते हैं तो बजरी माफियाओं के हमलों का शिकार हो जाते हैं.

पढ़ें- रास्ते में मिले 35 हजार लौटाकर रिक्शाचालक ने दिया ईमानदारी का परिचय

ऐसा ही मामला सैपऊ कस्बे की घनी आबादी में देखने को मिला. जब बजरी का स्टॉक करने आये माफियाओं को रोकने के लिए स्थानीय थाने के एएसआई ने जाल बिछाया. लेकिन पुलिस फोर्स का अभाव होने पर आधा दर्जन माफियाओं ने एएसआई पर जानलेवा हमला कर दिया. उधर, पुलिस मिडिया के सामने से मुंह खोलने से बचती हुई दिखाई दी. सैपऊ सीओ कैमरे से दूर भागते नजर आये.

प्रकरण में पुलिस ने अज्ञात बजरी माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने बताया, कि बजरी माफियाओं को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा. फिलहाल घटना से आमजन दहशत में हैं.

Intro:धौलपुर जिले में बजरी माफियाओं का खौफ और आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालत जिले में इतने बदतर हो चुके है. बजरी माफिया आमजन की बात तो दूर रही,अब पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे है. जिससे पुलिस की कार्यशैली पर लोगों का सबालियाँ निशान लगना लाजमी है. ताजा मामला आज सैंपऊ कस्बे में बिजली घर के पीछे घटित हुआ. जहाँ अवैध चंबल बजरी की खेप डालने आए बजरी माफियाओं का स्टॉक देखने पहुंचे स्थानीय सैपऊ पुलिस थाने के एसआई राजेश सिंह पर लाठी एवं डंडों से हमला बोल दिया. हमले में एसआई राजेश सिंह के हाथ पैर और सिर में चोटें आई हैं. लहूलुहान एएसआई राजेश सिंह को स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बजरी माफियाओं से बचाया गया और उन्हें अस्पताल पर भर्ती कराया गया है. ईएसआई पर हुए हमले के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार सिंह पुलिस फोर्स के साथ अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में एएसआई राजेश सिंह की चोटों का एक्स-रे एवं उपचार किया जा रहा है. पुलिस पर बजरी माफिया द्वारा किए गए हमले से लोगों में दहशत व्याप्त है. 





Body:गौरतलब है कि जिले में बजरी माफिया बेखौफ और बेलगाम बना हुआ है,हद की बात तो यह है कि पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद भी बजरी माफिया पर नकेल नहीं कसी जा सकी है. उसी का परिणाम है कि बजरी से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली दिनदहाड़े न केवल हाईवे पर बल्कि घनी आबादी एवं कस्बे के बाजारों से भी बेरोकटोक गुजर रहे है. हैरानी की बात तो यह है,कि बजरी माफिया की दबंगई के चलते पुलिस प्रशासन एक तरह से सरेंडर कर दिया है. जिसकी वजह से अवैध चंबल बजरी का कारोबार और इस कारोबार में माफिया और बदमाश किस्म के लोग बढ़ते जा रहे हैं.जिले के एनएच 3,एनएच 11 बी.एनएच 123 सहित अन्य सड़क मार्गों पर बजरी माफिया पुलिस को ठेंगा दिखते हुए इस कारोबार को परवान पर पंहुचा रहे है. बजरी के गोरखधंदे में खासकर  तटवर्ती इलाके के लोग लिप्त है. जो सैकड़ों की तादाद में ट्रैक्टर ट्रालियों  लाइन लगाकर फर्राटे से सड़कों पर दौड़ रहे है. वही पुलिस विभाग लाचार और अहसाय खड़ा होकर देख रहा है. पुलिस के कुछ नुमाइंदे कार्रवाई करने की जहमत उठाते है, तो बजरी माफियाओं के हमलों का शिकार हो जाते है. ऐसा ही मामला सैपऊ कस्बे की घनी आबादी में देखने को मिला. जब बजरी का स्टॉक करने आये माफियाओं को रोकने के लिए स्थानीय थाने के एएसआई ने जाल बिछाया. लेकिन पुलिस फोर्फ़ का अभाव होने पर आधा दर्जन माफियाओं ने एएसआई पर जानलेवा हमला कर दिया. उधर पुलिस मिडिया के सामने से मुंह खोलने से बचती हुई दिखाई दी. सैपऊ सीओ कैमरे से दूर भागते नजर आये. 





Conclusion:प्रकरण में पुलिस ने अज्ञात बजरी माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने बताया बजरी माफिया को शीघ्र जिन्नत कर गिरफ्तार किया जाएगा. फिलहाल घटना से आमजन में भय व्याप्त है.
Byte:- डॉ चरणजीत सिंह चौहान, चिकित्सा अधिकारी
Report:-
Neeraj Sharma
Dholpur
सर खबर के साथ पीटीसी संलग्न है,
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