दौसा. कोरोना संकट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आमजन से अपील की है कि वो गंभीर बीमारी होने पर ही अस्पताल जाएं, नहीं तो चिकित्सक से फोन पर सलाह लेकर ही दवा लें. ऐसे में सरकारी व निजी अस्पतालों में गंभीर मरीजों को ही अटेंड किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए चिकित्सकों ने अपने निजी स्तर पर मरीज देखना बंद कर दिया है. जिसका फायदा दौसा जिले में झोलाछाप उठा रहे हैं.
ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप लोग डॉक्टर बनकर लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और कोरोना संकट में अवैध तरीके से पैसे कमा रहे हैं. जब सिकराय एसडीएम को झोलाछापों के बारे में जानकारी मिली तो बुधवार को एसडीएम और मानपुर थाना पुलिस मानपुर गांव पहुंची और दो झोलाछापों को दबोच लिया.
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बता दें कि जब मानपुर थाना पुलिस दोनों झोलाछापों को पुलिस की गाड़ी में बैठा रही थी. इसी दौरान एक झोलाछाप छोटी गली में होकर फरार हो गया. पुलिस ने जब पीछा किया तो वह बीच गली में ही गश खाकर गिर गया. वहीं मौका देख कर दूसरा झोलाछाप भी फरार हो गया.
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पुलिस ने काफी दौड़ लगाकर दोनों को पकड़ लिया. इस दौरान पुलिस बीच बाजार में दोनों झोलाछापों की जमकर मरम्मत की. पुलिस ने पकड़े गए झोलाछाप पर थप्पड़ों की बारिश कर दी. इसके बाद दोनों झोलाछापों को पुलिस की गाड़ी में बैठाकर थाने ले गई. अब दोनों झोलाछापों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कानूनी कार्रवाई की जा रही है.