दौसा. दिल्ली-मुंबई नेशनल हाइवे निर्माण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाइवे निर्माण के लिए किसानों के खेतों से ली गई मिट्टी से बने गहरे गड्ढे में बारिश का पानी भर जाने से शुक्रवार को 2 बच्चों की डूबने से मौत हो गई, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.
मामला जिले के रलावता ग्राम पंचायत के रानीवास गांव का है. जहां शुक्रवार को पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई. एक बच्चे के शव को गड्ढे से बाहर निकाल लिया गया. लेकिन दूसरे की तलाश में कई टीमें लगी रही और करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दूसरे बच्चे का शव पानी से बाहर निकाला गया.
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दरअसल, रानीवास गांव में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे के लिए एक खेत से मिट्टी उठाई गई थी. जिसके चलते खेत में करीब 25 से 30 फीट गहरा गड्ढा हो गया और बारिश के दौरान इस गड्ढे में पानी भर गया. शुक्रवार को गांव के ही राहुल और अभिषेक नामक बच्चे इस खेत में बने गड्ढे में नहाने के लिए गए थे, जो गड्ढे में डूब गए.
घटना की सूचना पर दौसा डीएसपी नरेंद्र सिंह सहित पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और बच्चों की तलाश में जुटे गए. इस दौरान SDRF की टीम भी मौके पर पहुंची. काफी मशक्कत के बाद टीम ने एक बच्चे के शव को बाहर निकाल लिया. लेकिन दूसरे के शव को बाहर निकालने में करीब 3 घंटे लग गए.
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इस घटना के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि खातेदारी जमीन में इतनी गहराई से मिट्टी की खुदाई करना अनुचित है और यह बिना परमिशन के की गई थी. ऐसे में इस मामले में खातेदार, प्रशासनिक अधिकारियों और निर्माण कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाए. पुलिस ने दोनों बच्चों का शव निकलवा कर जिला अस्पताल मोर्चरी में रखवा दिया है. जिसके बाद आगे की करवाई जारी है.