चूरू. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित दादरवाल में शुक्रवार को रात्रि में सर्च अभियान के दौरान चूरू जिले के गांव राणासर के असलम खान शहीद हो गए. असलम खान के शहीद होने की खबर लगते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई.
हालांकि परिजनों में कुछ ही लोगों को इसकी सूचना दी गई है. शहीद असलम खान का शव रविवार को उनके पैतृक गांव राणासर पहुंचेगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनको अंतिम विदाई दी जाएगी. बता दें कि राणासर के लाल असलम खान परिवार में अपने 9 भाई—बहनों में सबसे छोटे थे. साल 1999 में वह सेना में भर्ती हुए थे.
40 वर्षीय असलम खान 24 राष्ट्रीय रायफल में पिछले दो साल से जम्मू कश्मीर में तैनात थे. श्रीनगर क्षेत्र में उनकी पोस्टिंग हुई थी. वहीं उनके पिता हासम खान का देहांत बचपन में ही हो गया था, मां कलसुम बानो ने इनकी परवरिश की थी.
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शहीद असलम का भतीजा इमरान हाल ही में सेना में भर्ती हुआ है. तीन बेटी और एक बेटे के पिता असलम खान, देर रात अमरनाथ से 40 किमी दूर दादरवाल में रात्रि सर्च आपरेशन कर रहे थे, इस दौरान शहीद हो गए.