चूरू. रतननगर में वॉलीबॉल का वहीं पुराना दौर फिर से शुरू हो. इसके लिए गांव के ही राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी और बीएसएफ से रिटायर्ड असिस्टेंट कमांडेंट विजय गोठवाल पिछले दो साल से कोशिश कर रहे हैं. वे रोजाना चार घंटे गांव के युवाओं को नि:शुल्क वॉलीबॉल का प्रशिक्षण दे रहे हैं. गांव के करीब 25 से ज्यादा युवाओं को ट्रेनिंग दे रहे हैं.
विजय गोठवाल ने साल 1988 में बीएसएफ में एसआई के पद पर जॉइन किया. दिसंबर 2016 में असिस्टेंट कमांडेंट के पद से रिटायर्ड होने के बाद देखा कि कस्बे से वॉलीबॉल खत्म सा हो गया है. खुद खिलाड़ी होने से मन में पीड़ा हुई तो युवाओं को नि:शुल्क ट्रेनिंग देने का संकल्प लिया. मैदान नि:शुल्क उपलब्ध कराया. न्यू हीरोज खेलकूद और सांस्कृतिक संस्थान ने अब इसी मैदान पर वे रोज गांव के युवाओं को ट्रेनिंग दे रहे हैं.
रतननगर की टीम की नेशनल चैंपियनशिप में होती थी डायरेक्ट एंट्री
रतननगर के खिलाड़ियों का खेल इतना अच्छा था कि नेशनल लेवल की चैम्पियनशिप में डायरेक्ट एंट्री मिलती थी. साल 1972 से 82 के बीच यहां कई बार नेशनल चैंपियनशिप आयोजित हुई थी. यहां के नारायण परिहार वॉलीबॉल फेडरेशन आफ इंडिया के सेक्रेटरी रह चुके हैं.
चार साल में नेशनल खिलाड़ी होंगे तैयार
ट्रेनर विजय गोठवाल का कहना है कि साल 1974 से पहले यहां नेशनल टूर्नामेंट होते थे. नेशनल खिलाड़ी थे. अब वे अगले 4 साल में इस मैदान से राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार कर देंगे. वहीं इस मैदान पर फिर से नेशनल चैंपियनशिप करवाने की कोशिश भी कर रहे हैं.