चूरू. बीकानेर के आईजी के तौर पर नियुक्त होने के बाद प्रफुल्ल कुमार शनिवार को पहली बार चूरू पहुंचे. आईजी प्रफुल्ल कुमार ने पुलिस लाइन स्थित सभागार में जिले के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और जिले के अपराध ट्रेंड की जानकारी लेते हुए अपराध नियंत्रण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने हरियाणा बॉर्डर के रास्ते हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने और हार्डकोर अपराधियों को गिरफ्तार करने के दिए निर्देशित किया.
बैठक के दौरान आईजी ने पुलिस मुख्यालय की ओर से दी गई प्राथमिकताओं को कार्य योजना बनाकर करने के लिए कहा. साथ ही आईजी ने अपराधों पर नियंत्रण के लिए आमजन का सहयोग लेने के लिए भी कहा. इसके अलावा उन्होंने पेंडिंग मामलों के भी जल्द निस्तारण के लिए भी निर्देश दिए.
अपने पहले चूरू दौरे के दौरान आईजी प्रफुल कुमार जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस लाइन मेस पहुंचे और यहां उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ भोजन किया. वहीं, पत्रकारों से बात करते हुए आईजी प्रफुल्ल कुमार ने कहा कि जिले में संगठित अपराध को नियंत्रण करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जिले की सीमा हरियाणा से सटी होने के कारण अपराध करने के बाद अपराधी आसानी से फरार हो जाते हैं. इसके नियंत्रण के लिए भी कार्य योजना तैयार की गई है.
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आईजी प्रफुल्ल कुमार ने कहा कि इन दिनों अपराध का ट्रेंड बदल गया है. अपराधियों से सीधी मुठभेड़ हो रही है. लेकिन, पुलिस के पास भी अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए स्वचालित हथियारों की कमी नहीं है. आईजी प्रफुल्ल कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के बाद बेरोजगारी के कारण अपराध का ग्राफ भी आने वाले दिनों में बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ग्राम रक्षकों की मदद ली जाएगी. ग्राम रक्षकों के सुझावों को अमल में लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि फरियादियों को राहत देना पुलिस का सबसे पहला कर्तव्य है.