बीकानेर: पश्चिमी राजस्थान, खासतौर से सीमावर्ती जिलों जैसलमेर और बीकानेर में सोलर प्लांट स्थापना के लिए खेजड़ी के पेड़ों को काटे जाने से आहत विश्नोई समाज ने गुरुवार को बीकानेर बंद का आह्वान किया. पर्यावरण संरक्षण को लेकर इस बंद को व्यापक समर्थन मिला. बीकानेर में सुबह से ही शहर के प्रमुख बाजार पूरी तरह बंद नजर आए. जगह-जगह युवाओं की टोली लोगों से बंद का समर्थन करने की अपील करती दिखी. कोटगेट, केईएम रोड, स्टेशन रोड, रानी बाजार सहित अन्य स्थानों पर बाजार पूरी तरह बंद रहे.
दरअसल, सोलर प्लांट की स्थापना के लिए जमीन पर खेजड़ी के पेड़ों को काटे जाने के विरोध में समाज लंबे समय से विरोध जता रहा है. विधानसभा उपचुनाव के दौरान नागौर जिले में समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलकर इस मामले पर ध्यान आकर्षित करवाया था, लेकिन किसी कार्रवाई के अभाव में समाज में आक्रोश बढ़ गया.
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राजभवन घेराव की चेतावनी : पूर्व पार्षद मनोज विश्नोई ने कहा कि आज का बंद सिर्फ एक संकेत था. 30 दिसंबर को मुकाम में एक बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. इसके बाद जयपुर में राजभवन का घेराव किया जाएगा. बंद के दौरान किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. शहर के हर हिस्से में पुलिस मुस्तैद नजर आई. सीओ सिटी श्रवणदास ने कहा कि पुलिस बंद के दौरान पूरी तरह सतर्क है.
मिला सबका समर्थन : बंद को व्यापारिक, सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन मिला. पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने भी बंद का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि सरकार को खेजड़ी के पेड़ों को बचाने और पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देना होगा. सिर्फ सोलर प्लांट स्थापित करना पर्याप्त नहीं है.