चूरू. जिला मुख्यालय से 26 किलोमीटर दूर भालेरी थाना अंतर्गत रिबिया गांव में मंगलवार को एक परिवार के 4 सदस्यों ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया. परिवार के ऐसा कदम उठाने के पीछे क्या कारण है, इसका अभी पता नहीं चल पाया है.
पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब शीशराम ने मंगलवार को अपनी दुकान नहीं खोली. साथ ही घर के सारे गेट और खिड़की दरवाजे बंद मिले. कुछ ग्रामीणों ने शीशराम के घर का गेट खटखटाया, तो किसी ने गेट नहीं खोला. ऐसे में जब ग्रामीणों ने संदेह होने पर गेट तोड़ा तो सभी के होश उड़ गए. घर में शीशराम अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ अचेत अवस्था में मिला.
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घर में एक चारपाई पर शीशराम और उसका 8 वर्षीय बेटा निक्कू अचेत अवस्था में पड़ा था. वहीं, दूसरी ओर शीशराम की पत्नी और एक साइड उनकी 6 वर्षीय बेटी खुशी अचेत अवस्था में मिली. आनन-फानन में ग्रामीण और परिजन सभी को चूरू के राजकीय भरतियां अस्पताल लेकर पहुंच, जहां चिकित्सकों ने 35 वर्षीय शीशराम और उसकी 32 वर्षीय पत्नी सुमन को मृत घोषित कर दिया.
साथ ही 8 वर्षीय निक्कू और 6 वर्षीय खुशी का गंभीर अवस्था में प्राथमिक उपचार कर दोनों को हाई सेंटर के लिए रेफर कर दिया. वहीं, इलाज के दौरान 8 वर्षीय निक्कू की भी मौत हो गई. फिलहाल, 6 वर्षीय मासूम का इलाज जारी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए भालेरी थाना, कोतवाली थाना, सीओ सिटी राहुल यादव, एएसपी योगेंद्र फौजदार अस्पताल के आपातकालीन वार्ड पहुंचे और मामले की जानकारी ली, जिसके बाद घटनास्थल के लिए एएसपी अस्पताल से निकले.
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6 भाइयों में मृतक सबसे छोटा
जानकारी अनुसार मृतक शीशराम अपने 6 भाइयों में सबसे छोटा था. एक भाई आर्मी में है, बाकी भाई खेती बाड़ी से अपना परिवार चला रहे हैं. मृतक भी खेती करता था और गांव में किराने की दुकान चलाता था. मृतक शीशराम की पत्नी एक निजी स्कूल में पढ़ाती थी.
बुधवार को होगा पोस्टमार्टम
मृत दंपती के बच्ची के शव का पोस्टमार्टम बुधवार सुबह जिला अस्पताल की मोर्चरी में परिजनों की उपस्थिति में करवाकर परिजनों के सुपुर्द किए जाएंगे. बहरहाल, मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट पुलिस को नहीं मिला है. लेकिन प्रारंभिक तौर पर पूरा मामला सामूहिक आत्महत्या का लग रहा है.