चूरू. चौपाटी से शुरू हुआ सियासत का आरोप-प्रत्यारोप (allegation of politics) अब गाजसर गिनाणी पर आकर केंद्रित हो गया है. संदेहास्पद परिस्थितियों में शुक्रवार को गाजसर गिनाणी बांध के टूटने (Gajasar Ginani Dam in Churu) के बाद शनिवार को रिपेयरिंग के लिए गई नगर परिषद के कर्मचारियों की टीम पर असामाजिक तत्वों ने हमले का असफल प्रयास (Attempts to attack the city council team) किया. इसके बाद नगर परिषद सभापति ने भाजपा पदाधिकारियों पर गिनाणी को राजनीति का अड्डा बनाने का आरोप लगाते हुए चूरू नगर परिषद की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया है.
यह भी पढ़ें- रणथंभौर में छाई खुशी, बाघिन टी-111 चार नए शावकों के साथ आई नजर
उन्होंने कहा कि गाजसर गिनाणी को तोड़ना कहीं से भी उच्च और स्वच्छ राजनीति नहीं है, यह स्तरहीन राजनीति है. सभापति ने कहा कि इस संबंध में अज्ञात और असामाजिक तत्वों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया जाएगा. बता दें कि शनिवार को गाजसर गिनाणी को रिपेयर करने पहुंची नगर परिषद की टीम पर कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने लाठी-डंडे से हमले के मंसूबे से नगर निगम टीम का पीछा किया. इसके बाद टीम ने भागकर अपनी जान बचाई. इसकी जानकारी नगर परिषद अधिकारियों को दी, तो नगर परिषद ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर सीओ (सिटी) ममता सारस्वत दो थानों के पुलिस जाब्ते को साथ लेकर गांव पहुंची और मामले की जानकारी ली.
यह था मामला
शुक्रवार अल सुबह गाजसर गांव की गिनाणी टूट गई. इसके बाद गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए. गांव के लिए आफत बनकर टूटी इस गिनाणी ने कई परिवारों को घर से बेघर कर दिया. मामले को लेकर भाजपा पदाधिकारी गांव पहुंचे और नगर परिषद पर चौथ वसूली का आरोप लगाते हुए चूरू-भालेरी सड़क मार्ग को जाम कर दिया. साथ ही मुआवजे सहित गिनाणी के स्थायी समाधान की मांग की.