सादुलपुर (चूरू). जिले के सादुलपुर पुलिस ने गश्त के दौरान अवैध शराब सहित एक ट्रोला के ऊपर रखे कंटेनर को जब्त कर दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कंटेनर से 264 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की है. बरामद शराब की अनुमानित कीमत पुलिस ने 19 लाख रूपए आंकी है. शराब तस्कर हरियाणा से शराब भरकर गुजरात ले जा रहे थे और चावल की आड़ में शराब तस्करी कर रहे थे.
एसआई सरदार सिंह मीणा ने बताया, कि जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के निर्देश के मुताबिक अवैध शराब पकड़ो अभियान के तहत कार्रवाई की जा रही है. राष्ट्रीय राजमार्ग-52 स्थित तारानगर पुलिया के पास शाम साढ़े तीन बजे एक ट्रोला चालक ने गश्त के दौरान पुलिस को देखकर ट्रोले को तेज गति से चलाने लगा. जिस पर शक होने पर पुलिस ने पीछा कर ट्रोले को रोककर चालक से पूछताछ की तो वह घबरा गया और संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया.
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पुलिस ने ट्रोले के ऊपर खड़े कंटेनर की तलाशी ली तो उसमें चावल भरा हुआ था. गहनता से जांच की तो पता चला, कि कंटेनर में एक दरवाजा बना हुआ है. जिसे खोलकर देखा तो उसमें अंग्रेजी शराब भरी हुई थी. पुलिस ने कंटेनर से 264 कार्टन अवैध शराब के बरामद किए हैं और हरियाणा के पूरवास जिला सोनीपत निवासी आरोपी चालक हरिओम कश्यप और अनिल कुमार कश्यप को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने कंटेनर सहित ट्रोले को शराब सहित जब्त कर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा. जिसके बाद शराब तस्करी में शामिल दूसरे आरोपियों को गिरफ्तार करने और शराब लाने-ले जाने का राज खुल सकेगा.
शातिर हैं आरोपी
गिरफ्तार शराब तस्कर शातिर हैं. ट्रोले पर रखे कंटेनर में स्पेशल बने दरवाजे में शराब भर रखी थी और शराब भरकर दरवाजा बंद कर दिया गया था. साथ ही उसके बाद में चावल भर लिए थे. देखने से लगता है, कि कंटेनर में सिर्फ चावल भरे हुए हैं. गहन जांच के बाद ही शराब तस्कारों का राज खुल सका.
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बता दें, कि शराब तस्कर अवैध शराब के खेप को निश्चित जगह पहुंचाने के लिए हर हथकंडे अपनाते हैं. शराब से लदे वाहन के आगे और पीछे कुछ किमी की दूरी पर तस्करों के सहयोगी अन्य वाहनों में सवार होकर पेट्रोलिंग करते रहते हैं. हाईवे पर होटल-ढाबे चलाने वाले लोग भी इन तस्करों के लिए मुखबिर की भूमिका अदा करते हैं.
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कई बार यह बताया है, कि वे इस शराब को ज्यादातर गुजरात क्षेत्र में सप्लाई करते हैं. उनकी ओर से शराब की खेप हरियाणा से बोर्डर से भरी जाती है. हरियाणा निर्मित यह शराब चंडीगढ़ में बिक्री योग्य और राजस्थान प्रतिबंधित है. फिर भी शराब तस्करी पर पूर्ण रूप से अंकुश नहीं लग रहा है.
यह है शराब तस्करी बढ़ने की वजह
चंडीगढ़ और हरियाणा निर्मित शराब की तस्करी बढ़ने की वजह वहां पर शराब की एक्साइज ड्यूटी राजस्थान से कम होना है. इसके अलावा राज्य की सीमा से सटे गुजरात में शराब पर पाबंदी है और शराब तस्करों के लिए यह फायदे का सौदा है.
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इन्होंने की कार्रवाई-
अवैध शराब सहित जब्त कंटेनर ट्रोला सहित कार्रवाई करने में एसआई सरदारसिंह मीणा, हैड कांस्टेबल सज्जन सिंह, कांस्टेबल मुकेश कुमार और एचसी सुभास ने कार्रवाई कर लाखों की शराब पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.