चूरू. जिले के 92 हजार अन्नदाताओं पर कुदरत के कहर के बाद गहलोत सरकार ने अकाल घोषित कर किसानों के ऊपर मरहम लगाया है. सरकार ने जिले के 163 गांवों को अकाल घोषित कर दिया है.
बता दें, कम बारिश की वजह से किसानों की फसल चौपट हो गई है. जिसके बाद से उनके सामने खुद की दो वक्त की रोटी से ज्यादा पशुओं की चिंता सता रही है. फसल चौपट होने और कम बारिश से पशुओं के चारे के भी लाले पड़ गए हैं. साथ ही इनके सामने पीने के पानी की भी समस्या खड़ी हो गई है.
वहीं, अन्नदाताओं के ऊपर आए इन संकट के बादलों को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने भी इन गांवों को अकाल से प्रभावित अभावग्रस्त घोषित कर इन गांवो के किसानों को राहत दी है. ताकि गांवों से पलायन ना हो और इस आपदा में ये अन्नदाता अपना और अपने पशुओं को इस विपदा से बचा सके.
चूरू एडीएम रामरतन सोकरिया ने बताया की मुवावजे की प्रक्रिया जल्दी शुरू होगी. राशि प्रभावित किसानों के खाते में ट्रांसफर होगी. इसके लिए सबंधित तहसील के पटवारी गिरदावर को आधार नंबर, बैंक खाता आदि के बारे में जानकारी देनी होगी.
बता दें, राज्य सरकार ने आदेश जारी कर प्रदेश के 9 जिलों के 5 हजार 555 गांव को अकाल से प्रभावित अभावग्रस्त घोषित कर दिया है. जिनमें चूरू जिले के कुल 163 गांव हैं. अब इन गांवों के किसानों को मुआवजा देने के लिए तहसील स्तर पर गिरदावरी सर्वे करवा कर सूचियां तैयार करवाई जा रही हैं.
अकाल से प्रभावति होने वाले किसान
- चूरू तहसील के 17 गांव, किसान 8003
- राजगढ़ तहसील के 7 गांव, किसान7170
- रतनगढ़ तहसील के15 गांव, किसान10593
- सुजानगढ़ तहसील का 1गांव, किसान786
- तारानगर तहसील के 77गांव, किसान 41180
- सरदारशहर तहसील के 46 गांव, किसान 24492