ETV Bharat / state

चित्तौड़गढ़ में टेंट व्यवसायियों ने मशाल जलाकर किया विरोध प्रदर्शन

प्रदेशभर में टेंट व्यवसायी और इससे जुड़े अन्य लोग अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच चित्तौड़गढ़ में भी जौहर नगरी टेंट एसोसिएशन ने प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत शुक्रवार रात में मशाल जला कर विरोध प्रदर्शन किया है. इन लोगों का कहना है कि पांच माह से रोजगार नहीं मिलने के कारण इनके समाने रोजी रोटी का संकट हो गया है.

Chittorgarh news, Tent traders protested, lit a torch
चित्तौड़गढ़ में टेंट व्यवसायियों ने मशाल जला कर किया विरोध प्रदर्शन
author img

By

Published : Sep 5, 2020, 1:28 PM IST

चित्तौड़गढ़. करीब पांच माह से बेरोजगार बैठे टेंट व्यवसायी और इससे जुड़े अन्य लोग अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में चित्तौड़गढ़ में भी जौहर नगरी टेंट एसोसिएशन ने प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत शुक्रवार रात में मशाल जला कर विरोध प्रदर्शन किया है. व्यवसायी सामाजिक और धार्मिक आयोजन में 100 से अधिक व्यक्तियों और शादी एवं अन्य उत्सवों में 300 से अधिक लोगों की मंजूरी देने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अपनी मांग को लेकर उन्होंने एक दिन पहले ही जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा था.

चित्तौड़गढ़ में टेंट व्यवसायियों ने मशाल जला कर किया विरोध प्रदर्शन

जानकारी के अनुसार प्रदेशव्यापी आह्वान पर पूरे प्रदेश में टेंट, गार्डन डेकोरेशन, फ्लावर डेकोरेशन, फोटोग्राफर, हलवाई, बैंड सहित शादी समारोह में अपनी सेवाएं देने वाले अन्य लोग इस विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं. इसी के तहत चित्तौड़गढ़ में जौहर नगरी टेंट एसोसिएशन के बैनर तले सांकेतिक मशाल जुलूस का प्रदर्शन कर सरकार को एक संदेश दिया गया है. व्यवसायियों का कहना है कि पूरे जिले में करीब 15 हजार परिवार हैं, जो पिछले 5 महीनों से लॉकडाउन के चलते उनका व्यवसाय ठप हो गया.

इन लोगों का कहान है कि सरकार की ओर से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली है. साथ ही उनके पास रोजी रोटी का कोई साधन भी नहीं है. यहां तक कि उनके प्रतिष्ठानों पर काम करने वाले श्रमिकों को भी वेतन देना पड़ रहा है. लाखों का सामान उनके गोदामों में पड़ा है. व्यवसायियों का कहना है कि श्रमिक से लगाकर दुकान के मालिकों तक की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है. साथ ही इन लोगों ने सरकार से आर्थिक पैकेज देने की भी मांग की है.

यह भी पढ़ें- गहलोत सरकार का बड़ा दावा, 'जन घोषणा पत्र के 85 फीसदी बिंदुओं को डेढ़ साल के अंदर किया पूरा'

वहीं उनकी मांग है कि उनके बिजली के बिल माफ किए जाए और उन्हें उत्सवों के लिए इजाजत दी जाए. उनका यह भी कहना था कि सरकार की गाइडलाइन का वह पूरी तरह से पालन करते आए हैं और करते रहेंगे, लेकिन अब आवश्यकता है कि उत्सव और आयोजनों में लोगों की संख्या बढ़ाई जाए, इससे इन सभी का रोजगार चल सके. अपनी मांग को लेकर चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर टेंट एवं इस व्यवसाय से जुड़े लोग शुक्रवार रात मधुवन में एकत्रित हुए और मशाल जला कर प्रदर्शन किया.

इन लोगों ने अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी भी की. इस अवसर पर संरक्षक भरत डंग, जिलाध्यक्ष योगेश सारस्वत, घनश्याम गंधर्व, अरविंद शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, संजय योगी, राजू बजाज, अनिल छीपा, सुनील छीपा, रतन तड़बा, श्यामसुंदर टेलर, उदयलाल गुर्जर, शैलेश मेनारिया, उमेश तोषनीवाल, मुकेश चण्डक, अरविंद तोषनीवाल सहित कई व्यवसायी प्रदर्शन में शामिल रहे.

चित्तौड़गढ़. करीब पांच माह से बेरोजगार बैठे टेंट व्यवसायी और इससे जुड़े अन्य लोग अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में चित्तौड़गढ़ में भी जौहर नगरी टेंट एसोसिएशन ने प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत शुक्रवार रात में मशाल जला कर विरोध प्रदर्शन किया है. व्यवसायी सामाजिक और धार्मिक आयोजन में 100 से अधिक व्यक्तियों और शादी एवं अन्य उत्सवों में 300 से अधिक लोगों की मंजूरी देने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अपनी मांग को लेकर उन्होंने एक दिन पहले ही जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा था.

चित्तौड़गढ़ में टेंट व्यवसायियों ने मशाल जला कर किया विरोध प्रदर्शन

जानकारी के अनुसार प्रदेशव्यापी आह्वान पर पूरे प्रदेश में टेंट, गार्डन डेकोरेशन, फ्लावर डेकोरेशन, फोटोग्राफर, हलवाई, बैंड सहित शादी समारोह में अपनी सेवाएं देने वाले अन्य लोग इस विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं. इसी के तहत चित्तौड़गढ़ में जौहर नगरी टेंट एसोसिएशन के बैनर तले सांकेतिक मशाल जुलूस का प्रदर्शन कर सरकार को एक संदेश दिया गया है. व्यवसायियों का कहना है कि पूरे जिले में करीब 15 हजार परिवार हैं, जो पिछले 5 महीनों से लॉकडाउन के चलते उनका व्यवसाय ठप हो गया.

इन लोगों का कहान है कि सरकार की ओर से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली है. साथ ही उनके पास रोजी रोटी का कोई साधन भी नहीं है. यहां तक कि उनके प्रतिष्ठानों पर काम करने वाले श्रमिकों को भी वेतन देना पड़ रहा है. लाखों का सामान उनके गोदामों में पड़ा है. व्यवसायियों का कहना है कि श्रमिक से लगाकर दुकान के मालिकों तक की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है. साथ ही इन लोगों ने सरकार से आर्थिक पैकेज देने की भी मांग की है.

यह भी पढ़ें- गहलोत सरकार का बड़ा दावा, 'जन घोषणा पत्र के 85 फीसदी बिंदुओं को डेढ़ साल के अंदर किया पूरा'

वहीं उनकी मांग है कि उनके बिजली के बिल माफ किए जाए और उन्हें उत्सवों के लिए इजाजत दी जाए. उनका यह भी कहना था कि सरकार की गाइडलाइन का वह पूरी तरह से पालन करते आए हैं और करते रहेंगे, लेकिन अब आवश्यकता है कि उत्सव और आयोजनों में लोगों की संख्या बढ़ाई जाए, इससे इन सभी का रोजगार चल सके. अपनी मांग को लेकर चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर टेंट एवं इस व्यवसाय से जुड़े लोग शुक्रवार रात मधुवन में एकत्रित हुए और मशाल जला कर प्रदर्शन किया.

इन लोगों ने अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी भी की. इस अवसर पर संरक्षक भरत डंग, जिलाध्यक्ष योगेश सारस्वत, घनश्याम गंधर्व, अरविंद शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, संजय योगी, राजू बजाज, अनिल छीपा, सुनील छीपा, रतन तड़बा, श्यामसुंदर टेलर, उदयलाल गुर्जर, शैलेश मेनारिया, उमेश तोषनीवाल, मुकेश चण्डक, अरविंद तोषनीवाल सहित कई व्यवसायी प्रदर्शन में शामिल रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.