चित्तौड़गढ़. आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए गहलोत सरकार ने मिलावटखोरी पर रोक लगाने के लिए प्रदेश में 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान चला रखा है. जिसके तहत चित्तौड़गढ़ शहर में भी संयुक्त जांच दल ने छापेमार कार्रवाई करते हुए कई दुकानों से सैंपल एकत्रित किए. ऐसे में जिले के मिलावटखोरों में हड़कंप मचा हुआ है.
जानकारी के अनुसार, कलेक्टर केके शर्मा के निर्देशानुसार सोमवार से ही शहरी क्षेत्र में इस अभियान का आगाज किया गया है. इसके लिए एक टीम गठित की गई थी. इस संयुक्त टीम ने दीपावली के मद्देनजर शहर के विभिन्न फर्मों का निरीक्षण कर नमूनीकरण की कार्रवाई की गई है. इस टीम ने संदीप ट्रेडर्स राणा सांगा बाजार, चित्तौड़गढ़ पर अवधि पार की मूंगफली के तेल की 500 एमएल की 16 बोतल और रिफाइण्ड पॉम ऑयल की 5 लीटर टीन पेक को मौके पर नष्ट कराया. इसी प्रकार गायत्री इण्डस्ट्रीज निरीक्षण कर प्रतिष्ठान से रिफाइण्ड सोयाबीन तेल का नमूना लिया और अवधिपार रेपर्स नष्ट कराए.
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कोटा में स्वास्थ्य विभाग ने सीज किया 1 हजार 700 लीटर मिलावटी तेल...
मिलावटखोरी पर रोक लगाने के लिए 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रसद विभाग के सहयोग से रानपुर स्थित एक ऑयल फैक्ट्री में तेल के सैंपल की और प्रारंभिक पड़ताल में मिलावट का अंदेशा होने पर 1 हजार 700 लीटर से अधिक मिलावटी तेल को सीज कर दिया. जिसकी कीमत करीब ढ़ाई लाख रुपए बताई जा रही है.