चित्तौड़गढ़. गत वर्ष मार्च माह में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने लगे थे. ऐसे में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा था. इसके साथ ही जेलों में संक्रमण न फैले, इसे लेकर 24 मार्च से मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी. बंदी अपने परिजनों से व्यक्तिगत मुलाकात नहीं कर पा रहे थे. वहीं दिसंबर के बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने लगी तो इसे देखते हुए जेल प्रशासन ने कुछ रियायत बरती. पहले तो ऑनलाइन मुलाकात शुरू करवाई गई.
ऐसे में ऑनलाइन मोबाइल पर परिजन अपने जेल में बंद बंदी से बात कर पा रहे थे. वहीं बन्दियों और परिजनों की लगातार मांग और परेशानी को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन ने व्यक्तिगत मुलाकात शुरू की थी. इसी वर्ष 16 फरवरी से आदेश जारी कर बंदियों से उसके परिजनों की मुलाकात शुरू कराई थी. वहीं अब कोरोना संक्रमण के मामले और तेजी से सामने आ रहे हैं. वैसे तो जेल प्रशासन पूरी तरह से एहतियात बरत रहे है. लेकिन जेल मुख्यालय जयपुर में आदेश जारी करके बन्दियों से व्यक्तिगत मुलाकात पर रोक लगा दी है.
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इस संबंध में महानिदेशक एवं महा निरीक्षक कारागार जयपुर ने मंगलवार को ही आदेश जारी किया है. इसमें उन्होंने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए प्रकरणों को देखते हुए सावधानी बरतते हुए बन्दियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रख जेल मुख्यालय की ओर से आगामी 19 अप्रैल तक उनके परिजनों से व्यक्तिगत मुलाकात पर रोक लगा दी गई है. साथ ही यह भी आदेश दिया है कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुलाकात व एसटीडी पीसीओ पर बन्दियों की उनके परिजनों के रजिस्टर्ड नंबर पर वार्ता की सुविधा उपलब्ध कराई जाती रहेगी.