चित्तौड़गढ़. चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में जिले की साइबर टीम को और अधिक डेवलप किया गया है. यहां तक की जिले में पहली बार जीपीएस डेटा पर भी विश्लेषण करने की कार्य किया जा रहा है. यह क्षमता अब इस जिले में भी अपना लिया है और उस टीम को तकनीकी रूप से और सुदृढ़ बनाने की भी कोशिश की जा रही है.
पुलिस महानिरीक्षक विशाल बंसल ने कहा कि साल 2020 में पुलिस ने क्या-क्या कार्रवाई की है, उनके रिकॉर्ड संग्रहण, मैनेजमेंट प्रैक्टिस जो अपनाई जा रही है. इन सभी बिंदुओं पर निरीक्षण किया गया. संपूर्ण कार्य प्रणाली पर बातचीत हुई, उनकी जांच हुई और सोच समझ कर आगे का फैसला किया गया. उन्होंने कहा कि कई चीजें बहुत अच्छी हैं, जिसे और अच्छा करना है और कई कमियां हैं जिसे सकारात्मक रूप से अच्छे करने की दिशा में बढ़ना है, इसके निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि एसपी दीपक भार्गव से भी चर्चा की गई है, जिले में अच्छा कार्य हो रहा है और सकारात्मक रूप से प्रयास किया जा रहा है. इसका रिजल्ट सभी को देखने को मिलेगा.
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पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि मैं पूर्व में इस जिले में रहा हूं. जिले की पुलिस और रेंज पुलिस अनौपचारिक रूप से मध्यप्रदेश की पुलिस से हमेशा जुड़े रहते हैं. एक व्हाट्सएप ग्रुप बना है, जिसमें आरोपियों के संबंध में स्थानीय पुलिस और मध्यप्रदेश पुलिस में सूचनाओं का सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाता है. साथ में हर जगह से बढ़िया सामंजस्य है, कोई भी कमी नहीं है. इससे पूर्व वार्षिक निरीक्षण के दौरान पुलिस महानिरीक्षक ने जिला पुलिस की साल भर की उपलब्धियों और कार्यों के फोटो फ्लेक्स प्रदर्शनी का अवलोकन कर उसकी प्रशंसा की.
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बाद में शुक्रवार शाम पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कार्यालय फोर्स ब्रांच, विविध शाखा, अपराध शाखा, कार्यप्रणाली शाखा, डीएसटी शाखा, सम्पर्क पोर्टल, जिला विशेष शाखा, एफएसएल और सम्मन वारण्ट शाखा, लेखा शाखा का भ्रमण कर शाखा प्रभारियों से रिकॉर्ड का अवलोकन कर समुचित संधारण और रख-रखाव के निर्देश प्रदान किए. साथ ही पुलिस उप अधीक्षक वृत चित्तौड़गढ़ के कार्यालय का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तृप्ति विजयवर्गीय, पुलिस उपाधीक्षक मनीष कुमार, राजेश कुमार (प्रशिक्षू), अपराध सहायक शिवलाल मीणा और संचित निरीक्षक सुनिल कुमार सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे.