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छलके आंसू...जब बिना नोटिस दिए बैंककर्मियों ने GOLD कर दिया नीलाम

चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा निवासी एक महिला ने एक निजी बैंक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. दरअसल, निजी बैंक की ओर से गोल्ड लोन के बदले लिए गए सोने को नीलाम कर दिया गया और इसके बारे में पीड़ित परिवार को सूचना भी नहीं दी गई.

चित्तौड़गढ़ समाचार, Chittorgarh news
बैंककर्मियों ने GOLD किया नीलाम
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Published : Aug 11, 2020, 2:54 AM IST

चितौड़गढ़. बैंकों की ओर से गोल्ड लोन के नाम पर गड़बड़ी करने की शिकायत मिलती रही है. बैंक कर्मचारी गोल्ड लोन में नियमों का हवाला देकर गोल्ड नीलाम तक कर देते हैं और ग्राहक स्वयं को ठगा सा महसूस करते हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के निंबाहेड़ा में सामने आया है, जहां गोल्ड लोन लेने वाली महिला को बिना कोई सूचना दिए गोल्ड को सस्ते भाव में नीलाम कर दिया.

बैंककर्मियों ने GOLD किया नीलाम

इसके बाद पीड़िता जिला मुख्यालय पर अपनी पीड़ा लेकर आई तो जिंदगी भर की कमाई सस्ते में लूटने की अपनी व्यथा बताते आंखों से आंसू छलक पड़े. निंबाहेड़ा की एक महिला ने एक निजी बैंक के कर्मचारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. बैंक ने पीड़िता से सात तोला सोना लेकर बिना नोटिस के 1 लाख 85 हजार रुपए में उसे नीलाम कर दिए.

पढ़ें- जयपुर: कालवाड़ पुलिस ने शातिर ठग को पकड़ा, मोटे मुनाफे के नाम पर करता था ठगी

जानकारी के अनुसार पीड़िता माया पत्नी देवानंद सोनी सोमवार को अपनी व्यथा लेकर चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय पहुंची. जहां उसने अपना दुख बयान करते हुए बताया कि उसने 2017 में एक निजी बैंक में 7 तोला वजनी सोने के आभूषण जमा करवाकर एक लाख पांच हजार रुपए का लोन लिया था.

पीड़िता का कहना है कि साल 2018 में 14 हजार का ब्याज भी जमा करा दिया गया था. इसके बाद बैंक द्वारा ना तो कोई सूचना दी गई और ना ही कोई फोन किया गया. इसके बाद बीते दिनों पीड़िता बैंक पहुंची और अपने आभूषण एवं ब्याज के बारे में जानकारी लेनी चाही तो इस पर पता चला कि दिसम्बर 2019 में बिना कोई सूचना के उसके सोने को नीलाम कर दिया गया. इसके बाद बिना किसी जानकारी के फरवरी 2020 में उसके खाते में मात्र 51 हजार रुपए ही डाल दिए.

पीड़िता ने बैंककर्मियों पर आरोप लगाया कि जब उसने नोटिस या सूचना नहीं देने की बात कही तो उन्होंने उसके साथ अभद्रता की. पीड़िता का कहना है कि यह सोना उनकी बेटी का था. पीड़िता यह कहते-कहते फूट-फूट कर रो पड़ी. पीड़िता का कहना था कि यदि यह सोना नहीं मिला तो उसका घर टूट जाएगा. बेटी की शादी हो चुकी है और उसी के गहनों को बंधक कर लोन लिया गया था.

पढ़ें- ऑपरेशन 'क्लीन स्वीप' के तहत स्मैक स्मगलर अरेस्ट, कोटा से जयपुर लाकर करता था सप्लाई

पीड़िता का कहना है कि बैंककर्मियों ने उसके अनपढ़ होने का फायदा उठाया और बिना नोटिस के सोना नीलाम कर दिया. इसके बाद पीड़िता माया कलेक्ट्रेट पहुंची और कलेक्टर को अपनी व्यथा सुनाई. पीड़िता का आरोप है कि साढ़े तीन लाख रुपए का सोना बैंककर्मियों ने 1 लाख 85 हजार में अपने मिलने वालों को नीलाम कर दिया. बैंक ने लोन की राशि एवं ब्याज काट कर मात्र 51 हजार रुपए ही वापस दिए हैं.

व्यथा बताते छलक पड़े आंसू

जानकारी में सामने आया कि पीड़िता माया सोनी निंबाहेड़ा में स्थित बैंक गई तो वहां उसे संतोषप्रद जवाब नहीं मिला. इस पर वह अपने पुत्र अजय सोनी के साथ जिला मुख्यालय पर अधिकारियों और कोर्ट के चक्कर काट रही है. कलक्ट्रेट में सोमवार को अपनी व्यथा बताने के दौरान माया सोनी फूट-फूट कर रोने लगी. पीड़िता का कहना है कि ये गहने उनकी बेटी के हैं और ससुराल वालों को इसके बारे में पता नहीं हैं. अगर उन्हें पता चलेगा तो उसकी पुत्री का घर टूट जाएगा.

चितौड़गढ़. बैंकों की ओर से गोल्ड लोन के नाम पर गड़बड़ी करने की शिकायत मिलती रही है. बैंक कर्मचारी गोल्ड लोन में नियमों का हवाला देकर गोल्ड नीलाम तक कर देते हैं और ग्राहक स्वयं को ठगा सा महसूस करते हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के निंबाहेड़ा में सामने आया है, जहां गोल्ड लोन लेने वाली महिला को बिना कोई सूचना दिए गोल्ड को सस्ते भाव में नीलाम कर दिया.

बैंककर्मियों ने GOLD किया नीलाम

इसके बाद पीड़िता जिला मुख्यालय पर अपनी पीड़ा लेकर आई तो जिंदगी भर की कमाई सस्ते में लूटने की अपनी व्यथा बताते आंखों से आंसू छलक पड़े. निंबाहेड़ा की एक महिला ने एक निजी बैंक के कर्मचारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. बैंक ने पीड़िता से सात तोला सोना लेकर बिना नोटिस के 1 लाख 85 हजार रुपए में उसे नीलाम कर दिए.

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जानकारी के अनुसार पीड़िता माया पत्नी देवानंद सोनी सोमवार को अपनी व्यथा लेकर चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय पहुंची. जहां उसने अपना दुख बयान करते हुए बताया कि उसने 2017 में एक निजी बैंक में 7 तोला वजनी सोने के आभूषण जमा करवाकर एक लाख पांच हजार रुपए का लोन लिया था.

पीड़िता का कहना है कि साल 2018 में 14 हजार का ब्याज भी जमा करा दिया गया था. इसके बाद बैंक द्वारा ना तो कोई सूचना दी गई और ना ही कोई फोन किया गया. इसके बाद बीते दिनों पीड़िता बैंक पहुंची और अपने आभूषण एवं ब्याज के बारे में जानकारी लेनी चाही तो इस पर पता चला कि दिसम्बर 2019 में बिना कोई सूचना के उसके सोने को नीलाम कर दिया गया. इसके बाद बिना किसी जानकारी के फरवरी 2020 में उसके खाते में मात्र 51 हजार रुपए ही डाल दिए.

पीड़िता ने बैंककर्मियों पर आरोप लगाया कि जब उसने नोटिस या सूचना नहीं देने की बात कही तो उन्होंने उसके साथ अभद्रता की. पीड़िता का कहना है कि यह सोना उनकी बेटी का था. पीड़िता यह कहते-कहते फूट-फूट कर रो पड़ी. पीड़िता का कहना था कि यदि यह सोना नहीं मिला तो उसका घर टूट जाएगा. बेटी की शादी हो चुकी है और उसी के गहनों को बंधक कर लोन लिया गया था.

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पीड़िता का कहना है कि बैंककर्मियों ने उसके अनपढ़ होने का फायदा उठाया और बिना नोटिस के सोना नीलाम कर दिया. इसके बाद पीड़िता माया कलेक्ट्रेट पहुंची और कलेक्टर को अपनी व्यथा सुनाई. पीड़िता का आरोप है कि साढ़े तीन लाख रुपए का सोना बैंककर्मियों ने 1 लाख 85 हजार में अपने मिलने वालों को नीलाम कर दिया. बैंक ने लोन की राशि एवं ब्याज काट कर मात्र 51 हजार रुपए ही वापस दिए हैं.

व्यथा बताते छलक पड़े आंसू

जानकारी में सामने आया कि पीड़िता माया सोनी निंबाहेड़ा में स्थित बैंक गई तो वहां उसे संतोषप्रद जवाब नहीं मिला. इस पर वह अपने पुत्र अजय सोनी के साथ जिला मुख्यालय पर अधिकारियों और कोर्ट के चक्कर काट रही है. कलक्ट्रेट में सोमवार को अपनी व्यथा बताने के दौरान माया सोनी फूट-फूट कर रोने लगी. पीड़िता का कहना है कि ये गहने उनकी बेटी के हैं और ससुराल वालों को इसके बारे में पता नहीं हैं. अगर उन्हें पता चलेगा तो उसकी पुत्री का घर टूट जाएगा.

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