चित्तौड़गढ़. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 24 फरवरी 2021 को राज्य का बजट पेश किया. बजट में हर वर्ग के लिए कई घोषणाएं कीं. बजट में किसानों का विशेष ध्यान रखा गया. चित्तौड़गढ़ जिले में किसानों को दिन में विद्युत सप्लाई करने की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने की. जिसके बाद अब किसानों को दिन में विद्युत सप्लाई मिलने भी लगी है. बता दें कि रबी सीजन से पहले तक किसानों को भयंकर सर्दी में भी अपने खेत पर सोना पड़ता था, लेकिन इस बार किसानों ने खेत की बजाए रात अपने घरों पर ही गुजारी. इसका कारण यह है कि राज्य सरकार की बजट घोषणा के अनुसार, चित्तौड़गढ़ जिले में किसानों के लिए अजमेर विद्युत वितरण निगम की ओर से दिन में ही सप्लाई की व्यवस्था कर दी गई. जबकि, यह व्यवस्था अप्रैल 2021 से शुरू करने का लक्ष्य था.
हालांकि, बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश के करीब 10 जिलों को इस पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया था और उसी के अनुसार निगम प्रबंधन सिस्टम सुधार में जुटा हुआ है. इस मामले में निगम का चित्तौड़गढ़ प्रबंधन सरकार की मंशा को समय से पहले पूरा करने में कामयाब रहा. नतीजतन इस बार किसानों को अलग-अलग ब्लॉक में दिन में ही सिंचाई के लिए 6 घंटे तक बिजली मिलती रही. इसके चलते किसानों को रात में अपने खेतों पर ही रात गुजारने से मुक्ति मिल गई. वहीं, पानी वेस्टेज होने की समस्या से भी छुटकारा मिल गया. निगम सूत्रों के अनुसार बजट घोषणा के बात से ही इस दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए गए. इसके लिए पावर डिमांड के अनुसार, जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में 14 नए ग्रिड स्टेशन स्थापित किए गए. वहीं, 32 नए पावर ट्रांसफार्मर लगाए गए. दिन में किसानों को निर्बाध आपूर्ति मिलती रहे, इसके लिए सप्लाई सिस्टम को हेल्दी करने के उद्देश्य से पूरी तरह से मेंटेनेंस पर फोकस रखा गया.
नतीजा यह रहा कि निगम दिन में ही किसानों को सप्लाई देने में कामयाब रहा. जिले में खेती के सीजन में किसानों को 10 करोड़ यूनिट बिजली की आवश्यकता रहती है. किसानों को मांग के अनुरूप सप्लाई फरवरी में ही शुरू कर दी गई. किसान रामलाल के अनुसार, सिंचाई के लिए हमें इस बार रात का इंतजार नहीं करना पड़ा और दिन में ही सप्लाई मिलती रही. सरकार को इसे बनाए रखना चाहिए. राधेश्याम आचार्य के अनुसार, हमें इसका फायदा मिला और कड़कड़ाती ठंड में फसलों की सिंचाई रात में करने से राहत मिली. इससे जहां हमें रात को खेत पर नहीं छोड़ना पड़ा. वहीं, पानी भी मैसेज नहीं गया और सिंचाई का एरिया बढ़ गया. इस बारे में विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता के आर मीणा के अनुसार, हालांकि सरकार की मंशा के अनुसार हमें अप्रैल 2021 से यह सिस्टम शुरू करना था. लेकिन, हमने किसानों की समस्या को देखते हुए समय से पहले ही कृषि के लिए दिन में बिजली आपूर्ति शुरू कर दी. अलग अलग ब्लॉक बनाकर सप्लाई दी जा रही है.