चित्तौड़गढ़. जिले के भूपालसागर कस्बे में गुरुवार को एक कोरोना संदिग्ध युवक की मौत हो गई. जिसके बाद रिश्तेदार और पड़ोसी कोई भी अंतिम संस्कार के लिए आगे नहीं आया. इस पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने मृतक के पुत्र के साथ पीपीई किट पहन कर शव को मोक्षधाम लेकर गई और अंतिम संस्कार करवाया.
जानकारी के अनुसार भूपालसागर निवासी सुशील को दो-तीन दिन से खांसी चल रही थी. वह घर पर ही उपचार ले रहा था. वहीं शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे सुशील अचानक से अचेत हो गया. घर पर मौजूद एक पुत्र अंकुश बाफना ने विलाप करना शुरू कर दिया, जिससे कस्बेवासियों को इसका पता चला. मोहल्लेवासी कोरोना के डर से दूर रहते हुए 108 पर सूचना दी. मौके पर एम्बुलेंस पहुंची तब तक इसने दम तोड़ दिया.
बाजार में दौरे पर आए एएसआई डाडमचन्द्र भी मौके पर पहुंचे. सूचना पर ग्राम विकास अधिकारी पारस विश्नोई मौके पर पहुंचे व उपखण्ड अधिकारी सुखाराम पिंडेल को जानकारी दी. यहां जानकारी ली तो सामने आया कि सुशील के पिता का 10 दिन पूर्व ही निधन हुआ था. ऐसे में कोरोना की आशंका में पड़ोसी व रिश्तेदार कोई पास नहीं आ रहा था. ग्राम विकास अधिकारी ने इसकी सूचना भूपालसागर थानाधिकारी गोपालनाथ को भी दी.
थानाधिकारी गोपालनाथ अपने थाने के दो जवान रिंकुराम और सत्यनारायण को साथ लेकर मृतक सुशील बापना के निवास पर पहुंचे. यहां अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मण सिंह चूंडावत 4 पीपीई किट लेकर आये. एक तो मृतक के पुत्र तथा बाकी स्थानीय ग्राम विकास अधिकारी पारासराम विश्नोई व उसरोल सचिव भंवर लाल वर्मा एवं कांस्टेबल रिंकू कुमार ने पहना. इन्होंने जज्बा दिखाते हुए किट पहन कर शव को ऑटो में लेकर श्मशान घाट पहुंचे और अंतिम संस्कार करवाया.