चित्तौड़गढ़. सांसद सीपी जोशी ने गुरुवार को कलेक्टर परिसर में स्थित सांसद जनसुनवाई केंद्र में जनसुनवाई की. इसमें आम जन की समस्याओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को सभी समस्याओं का तत्परता से निस्तारण करने के निर्देश भी दिए. मुख्य रूप से ग्रामीण सांसद के पास विद्युत निगम की ओर से भरी गई वीसीआर को लेकर शिकायत लेकर आ रहे हैं.
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने सांसद जनसुनवाई केंद्र में जनसुनवाई आयोजित की. इसमें जिले भर से आए आमजन अपनी समस्याओं को सांसद के समक्ष रखा. इस पर सांसद सीपी जोशी ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को बुला कर समस्याओं का तत्परता से निस्तारण करने के लिए निर्देश दिया. इस अवसर पर सांसद ने कहा कि वर्तमान में इस जनसुनवाई के दौरान मुख्य रूप से बिजली की वीसीआर भरने के मामले काफी निकल कर सामने आ रहे हैं. जिसके लिए संबंधित विभाग से बात करके उसे कम कराने का प्रयास किया जा रहा है.
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इसके अलावा सड़क, पानी, बिजली और चिकित्सा संबंधी मामले भी जनसुनवाई में सामने आए हैं. जिसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सभी मामलों का जल्दी से निस्तारण करें.
गौरतलब है कि हाल ही में पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव में चित्तौड़गढ़ जिले में कांग्रेस की करारी हार हुई थी. जिला परिषद की 25 में से 21 सीट पर कांग्रेस को हार मिली. इसी प्रकार पंचायत समितियों में भी 11 में से 9 में कांग्रेस की हार हुई है. भाजपा ने चुनावों में सरकार की विफलता के अलावा वीसीआर भरने के मुद्दे को ही चुनाव में खूब प्रचारित किया था.
निजी सीमेंट फैक्ट्री प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन से अधिक गांव के युवाओं ने गुरुवार को निजी सीमेंट फैक्ट्री प्रशासन के खिलाफ क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन बंद करने सहित कई अन्य मांगों को लेकर नारेबाजी की.
चित्तौड़गढ़ क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन से अधिक गांव के युवाओं ने गुरुवार को चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पहुंचे. यहां जिला कलेक्टर परिसर में निजी सीमेंट वर्क्स प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर केके शर्मा को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन में शामिल युवाओं का कहना था कि फैक्ट्री प्रशासन उनके क्षेत्र में अवैधानिक रूप से खनन कर रहा है. जिसे रुकवाने की मांग करते हुए युवाओं ने फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं से बढ़ रहे प्रदूषण की भी उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है.
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इसके साथ हीं युवाओं का कहना था कि बिरला सीमेंट फैक्ट्री स्थानीय युवाओं को स्थाई रोजगार देने के नाम पर गुमराह कर रही है. उन्होंने ज्ञापन में बताया कि अगर आने वाले 15 दिनों में फैक्ट्री प्रशासन ने उनकी मांगों को नहीं मानी तो सभी ग्रामीण युवाओं द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा.