चित्तौड़गढ़. जिले में 17 जुलाई को मनाए जाने वाले हरियाली अमावस्या पर्व पर दुर्ग पर पर्यटकों के काफी संख्या में आने की संभावना के मद्देनजर यातायात व्यवस्था में बदलाव किया है. तिपहिया, चौपहिया व बड़े वाहनों का दुर्ग पर पूर्ण निषेध रहेगा. दुपहिया वाहन फतहप्रकाश महल तक जा सकेंगे.
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि जिले में बड़ी संख्या में पर्यटन स्थल होने के साथ जिला पर्यटन की श्रेणी माना जाता है. ऐसे में से सोमवार को हरियाली अमावस्या पर्व पर जिले के पर्यटन स्थलों पर लोगो की भीड़ अधिक रहेगी. चित्तौड़गढ़ दुर्ग विश्व प्रसिद्ध होने से यहां पर्यटक भारी संख्या में वाहन के साथ आएंगे, जिससे उनके वाहनों से यातायात व कानून व्यवस्था सुचारू रखने की दृष्टि से हरियाली अमावस्या पर यातायात के पुख्ता प्रबंध करते हुए दुर्ग पर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध किया गया है. इस अवसर पर किसी प्रकार की कोई दुघर्टना घटित न हो और कानून व्यवस्था प्रभावीत न हो इसके लिए हरियाली अमावस्या को देखते हुए दुर्ग पर समस्त प्रकार के वाहनों पर रोक लगाई गई है.
यातायात डीएसपी लाभूराम के अनुसार दुर्ग पर जाने वाले तिपहिया व चौपहिया वाहनों को पाडन पॉल से आगे नहीं जाने दिया जाएगाl. पर्यटक अपने वाहन आयकर विभाग के पास खाली जमीन पर पार्क करके दुर्ग पर पैदल ही जा सकेंगे. ट्रैक्टर, बस व बड़े वाहन पन्नाधाय बस स्टैंड से आगे नहीं जाएंगे. उनकी पार्किंग ईनाणी सिटी सेंटर या पन्नाधाय बस स्टैंड पर की जा सकती है. दोपहिया वाहन दुर्ग पर फतहप्रकाश महल तक जा सकेंगे.
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दुर्ग पर निवासरत लोगों के भी तिपहिया व चौपहिया वाहन सोमवार को दुर्ग पर नहीं आ जा सकेंगें. बता दें कि चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं. हरियाली अमावस्या का चित्तौड़गढ़ ही नहीं आसपास के जिलों में भी बड़ा महत्व माना जाता है. लोग पर्यटन स्थलों पर परिवार के साथ प्रकृति का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं. चित्तौड़गढ़ दुर्ग वैश्विक धरोहर होने के कारण विदेशों के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों लोग पहुंचते हैं. इस व्यवस्था को कायम रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने वाहनों को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है.