चित्तौड़गढ़. निंबाहेड़ा थाना पुलिस ने सोमवार को विनोद कीर हत्याकांड में आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया. पुलिस पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. हालांकि हत्या का मुख्य मकसद सामने नहीं आ पाया. पुलिस आरोपी से हत्या का मोटिव जानने का प्रयास कर रही है.
27 मई को मिला था अधजला शव : थाना प्रभारी फूलचंद टेलर ने बताया कि निंबाहेड़ा कोतवाली थाना अंतर्गत कल्याणपुरा निवासी 26 वर्षीय विनोद कीर 11 मई से लापता था. विनोद के भाई ने उसे गणेशपुरा चित्तौड़गढ़ निवासी शेरू उर्फ सुरेंद्र कीर की कार में जाते देखा था. 2 दिन बाद भी जब विनोद घर नहीं लौटा तो उसकी पत्नी ने शेरू को नामजद करते हुए कोतवाली पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. इसके बाद से ही शेरू की तलाश की जा रही थी. 27 मई की शाम को विनोद का अधजला शव पहाड़ियों से मिला था.
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हत्या से पहले पिलाई थी शराब : उन्होंने बताया कि लोकेशन ट्रेस आउट करते हुए पुलिस टीम के साथ दबिश देकर 27 मई को शेरू को दबोच लिया गया था. पूछताछ में उसने विनोद की गोली मारकर हत्या करने का गुनाह कबूल कर लिया. थाना प्रभारी के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 11 मई को वो विनोद के घर गया था. यहां से वो उसे लेकर नीमच बॉर्डर की ओर निकल गया. बॉर्डर पर एक ढाबे पर दोनों ने शराब पी और खाना खाया. इसके बाद वहां से चित्तौड़गढ़ के लिए रवाना हुए.
गोली मारी, पेट्रोल डालकर शव जलाया : आरोपी ने बताया कि उसने शराब के नशे में धुत विनोद को गोली मार दी और उसे गणेशपुरा स्थित घर ले आया. रात भर उसने विनोद के शव को कार में ही छिपाकर रखा. इसके बाद अगले दिन वो शव लेकर पांडोली ग्रिड सबस्टेशन के पीछे पहाड़ी पर पहुंचा. यहां उसने शव को गड्ढे में डालकर, उसपर पेट्रोल उड़ेला और आग लगा दी. इसके बाद वह वहां से निकल गया. थाना प्रभारी फूलचंद के अनुसार आरोपी को 2 दिन के रिमांड पर लिया गया है. हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है. शेरू उर्फ सुरेंद्र चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र का एक हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.