चितौड़गढ़. शहर के सदर थाना क्षेत्र में आज तड़के एक युवक ने आत्महत्या कर ली है. पुलिस ने उसका शव मोर्चरी में रखवाया है. 30 वर्षीय मृतक नगर परिषद में सहायक जमादार के पद पर तैनात था. पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन का शिकार होकर बहकी बहकी बातें कर रहा था. घटना डाइट रोड सुभाष कॉलोनी की है. नगर परिषद में सहायक जमादार नवीन पुत्र हीरालाल हरिजन 4-5 दिनों से मानसिक रूप से बीमार था. वो घर पर भी अपने आपको असुरक्षित समझता था. इसी कारण रात को वो अपने रिश्तेदारों के घर पर सोया करता था. उसके इस व्यवहार से परिवार के लोग भी चिंतित थे. इसी कारणवश जहां पर भी वो सोने जाता उसकी मां सहित परिवार के कुछ लोग उसके साथ वहां सोने जाते थे.
बीती रात रात नवीन अपने रिश्तेदार गोपीलाल के घर चला गया. इसे देखते हुए मां और परिवार के कुछ सदस्य भी वहां चले गए. रात करीब 1:00 बजे जब नवीन को अपने बीच से गायब पाया तो घर के सारे लोग उठ गए और उसकी तलाश में जुट गए. तभी उन्होंने एक कमरा अंदर से बंद पाया. बार-बार आवाज देने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस को इसकी सूचना दी गई. सदर थाने से सहायक पुलिस उपनिरीक्षक कालू सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. इसी बीच मोहल्ले के लोग भी वहां काफी संख्या में इकट्ठा हो गए थे.
पुलिस ने लोकल लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नजारा देखकर परिजनों के होश उड़ गए. नवीन की लाश लटकी मिली. उसने चादर को रस्सी बना रखा षा. मृतक के पिता हीरालाल के अनुसार वर्ष 2013 में उसे (नवीन) नगर परिषद में नियुक्ति मिली थी. उसके दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ परिवार की जिम्मेदारी भी उसके कंधों पर थी. इसकी सूचना मिलते ही समाज के लोग मोर्चरी पहुंच गए.
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सहायक पुलिस निरीक्षक कालू सिंह ने बताया कि पिता की रिपोर्ट पर पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के हवाले कर दिया. फिलहाल उसके आत्महत्या के कारणों की पड़ताल की जा रही है. प्रारंभिक तौर पर परिजनों से पता चला है कि उसने पिछले चार-पांच दिनों से शराब का सेवन करना छोड़ दिया था. उसके बाद से ही वह डिप्रेशन का शिकार था. हर व्यक्ति से अपने आपको असुरक्षित महसूस करता था. प्रारंभिक जांच में डिप्रेशन के चलते ही उसके आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है.