चित्तौड़गढ़. जिले के मंडफिया स्थित सांवलियाजी मंदिर में रविवार को चतुर्दशी के अवसर पर खोली गई दान पेटी से 4 करोड़ 55 लाख रुपए की राशि निकली. वहीं शेष नोटों की गिनती बाद में की जायेगी. भेंट कक्ष में एक माह में 67 लाख 21 हजार 258 की राशि के साथ स्वर्ण और रजत आभूषण भी प्राप्त हुए हैं.
जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के बाद पहली सोमवती अमावस्या पर भी सोमवार को भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन नहीं हो पाएंगे. जानकारी के अनुसार भगवान सांवलिया सेठ के मंदिर में राजभोग आरती के बाद मंदिर का भंडार ओसरा पुजारी चुन्नीदास, मंदिर मंडल अध्यक्ष कन्हैया दास, सदस्य भैरूलाल गाडरी, भेरु लाल जाट और मदन लाल व्यास के उपस्थिति में खोला गया. भंडार से नगदी के अलावा स्वर्ण और रजत आभूषण भी निकले हैं. लेकिन इन जेवर का तौल नहीं हो पाया है.
वहीं मंदिर के भेंट कक्ष में पिछले एक माह में 9 किलो 107 ग्राम चांदी और 129 ग्राम 800 मिलीग्राम स्वर्ण आभूषण प्राप्त हुए हैं. गत वर्ष की अमावस्या पर 6 करोड़ 55 लाख रुपए की राशि निकली थी. वही भंडार से 8 बोरों में भरे नोटों की गिनती शेष है, जिनकी गिनती आने वाले दिनों में की जाएगी. नोटों की गिनती के अवसर पर मंदिर मंडल के लेखाधिकारी विकास कुमार सूरेला, रोकडिया नंदकिशोर टेलर, लहरी लाल गाडरी, कालूलाल तेली संजय मंडोवरा सहित मंदिर मंडल के कर्मचारी और बैंक कर्मी उपस्थित थे.
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सोमवती अमावस्या पर यहां सांवलिया सेठ का दर्शन बहुत ही श्रेष्ठ माना जाता हैं लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते जिला कलेक्टर के आदेश पर चतुर्दशी और अमावस्या तथा प्रत्येक रविवार को भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन बंद रहते हैं. इस वजह से सोमवार को श्रद्धालु दर्शन लाभ नहीं ले पाएंगे.