चित्तौड़गढ़. ACB उदयपुर की टीम ने चित्तौड़गढ़ जिले की निंबाहेड़ा तहसील के बांगरेड़ा मामादेव के पटवारी को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह राशि जमीन का मासिक डिक्री मौका पर्चा के अनुसार नक्शे में रास्ता दर्शाने की एवज में ली गई थी. उदयपुर ACB के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 16 अगस्त को प्रार्थी नरेंद्र सिंह ने उदयपुर कार्यालय पर उपस्थित होकर रिपोर्ट दी थी.
जिसमें उसने बताया कि प्रार्थी की माता कुसुम जारोली के नाम बांगरेड़ा मामादेव गांव में खरीद शुदा आराजी है. जिसके सहखातेदार के मध्य बंटवारे का बाद एसडीएम कोर्ट निंबाहेड़ा से दिनांक 6 जून 2018 को डिक्री हुआ. जिसका मासिक डिक्री मौका पर्चा रिपोर्ट पटवारी को बनाना है. लेकिन पटवारी इसके लिए उससे 15 हजार की रिश्वत की मांग कर रहा है.
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पटवारी का कहना है कि रिश्वत देने पर डिक्री के मौके पर्चे में तुम्हारे लिए रास्ता दर्शा दूंगा. प्रार्थी ने रिपोर्ट में बताया कि 15 अगस्त को दोपहर में पटवारी प्रार्थी के घर पर आया और फिर से 15 हजार के रिश्वत की मांग की. इस पर प्रार्थी ने कहा कि राशि ज्यादा है. इस पर पटवारी ने कहा कि गिरदावर और तहसीलदार को भी देने पड़ेंगे. इसलिए 16 अगस्त को दोपहर तक पैसे लाकर दे देना.
परिवादी के निवेदन करने पर आरोपी पटवारी ने 2,000 रुपए कम किए और पेशगी के रूप में 5,000 मांगे. साथ ही शेष राशि सोमवार को देने के लिए आरोपी ने कहा. पटवारी ने यह भी कहा कि उसने कच्चा नक्शा बना रखा है, जिसे उसे फेयर करके पेश कर देगा. प्रार्थी की रिपोर्ट पर एसीबी ने जांच शुरू की.
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एसीबी ने 16 अगस्त को मामले का सत्यापन कराया. जिसमें मामला सही पाया गया. जिसके बाद एएसपी सुधीर जोशी के निर्देशन और पुलिस निरीक्षक लक्ष्मण डांगी के नेतृत्व में ट्रैप की कार्रवाई की गई. टीम ने निंबाहेड़ा की आदर्श कॉलोनी में स्थित पटवारी के अस्थाई कार्यालय में परिवादी ने 8,000 रुपए की रिश्वत दी. इस दौरान एसीबी की टीम ने इशारा पाकर पटवारी को रंगे हाथों पकड़ लिया. फिलहाल, मामले में एसीबी की ओर से अनुसंधान किया जा रहा है.