चित्तौड़गढ़. देवा गुर्जर हत्याकांड मामले में SIT की टीम ने गुरुवार को 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पूरे मामले में अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस पकड़े गए आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश (Deva Gurjar Murder accused to be presented in Court on Friday) करेगी. इस बीच पुलिस ने एक और आरोपी को डिटेन कर एसआईटी को सौंपा है.
एसआईटी टीम के सीनियर पुलिस ऑफिसर एडिशनल एसपी पारस जैन गुरुवार दोपहर को अपनी टीम के साथ भारी सुरक्षा के बीच 4 आरोपियों को लेकर रावतभाटा पहुंचे. बुधवार रात को गिरफ्तार आरोपियों से रावतभाटा रवाना होने से पहले कोटा एसपी केसर सिंह शेखावत ने भी पूछताछ की. एसआईटी अनुसंधान अधिकारी पारस जैन ने बताया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी बाबूलाल गुर्जर, सोनू उर्फ परीक्षित गुर्जर, हुकम चंद, बालमुकंद धोबी, राहुल भील, सुखराम जाट, बलराम उर्फ बबलू जाट और बाबूलाल धाकड़ को गिरफ्तार किया जा चुका है. इन्हें शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा. रावतभाटा पुलिस उप अधीक्षक झाबरमल यादव ने देर शाम बताया कि पुलिस ने एक और आरोपी को डिटेन कर एसआईटी को सौंप दिया है. अब कुल आरोपियों की संख्या 10 हो गई है. जानकारी के अनुसार 2 दिन पहले ही बलराम जाट को कांग्रेस के जल सदस्यता अभियान का प्रभारी बनाया गया था.
पढ़ें: देवा गुर्जर हत्याकांड: एसओजी की एसआईटी करेगी मामले की जांच, एक आरोपी गिरफ्तार
आईजी उदयपुर रेंज पहुंचे रावतभाटा: आईजी उदयपुर रेंज हिंगलाज दान गुरुवार दोपहर को रावतभाटा पहुंचे. उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों और एसआईटी के मुखिया पारस जैन के साथ बैठक की और हत्याकांड के बाद उत्पन्न हालातों पर मंथन किया. दोपहर बाद थाने में शहर के सीएलजी सदस्यों को भी बुलाया गया. जिनसे आईजी ने बात कर भरोसा दिलाया कि कानून अपना काम कर रहा है. किसी को भयभीत होने की जरूरत नहीं. अवैध वसूली और गुंडागर्दी पर लगाम कसी जाएगी.
रूट बदलकर आई एसआईटी: हत्याकांड के मुख्य आरोपी बाबूलाल गुर्जर समेत 4 आरोपियों को लेकर कोटा से रवाना हुई एसआईटी की टीम 4 घंटे के लंबे अंतराल के बाद रावतभाटा पहुंची. एसआईटी की टीम कोटा नयागांव से ही हाईवे पकड़कर बेगू पहुंची. बेगू से रूट बदलकर करीब 4 घंटे का सफर तय कर दोपहर 1:30 बजे रावतभाटा पहुंची. आरोपियों के चलते भारी सुरक्षा का बंदोबस्त नजर आया. एसटीएफ की 3 टुकड़िया आरोपियों के वाहन को घेर कर चल रही थीं. आगे-पीछे करीब 10 पुलिस के वाहन थे जिनमें कमांडो समेत हथियारबंद पुलिसकर्मी शामिल थे.
मनोज गुर्जर 13 अप्रैल तक रिमांड पर: गुरुवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी मनोज गुर्जर को पुलिस ने गुरुवार को न्यायालय में पेश किया. न्यायालय ने आरोपी को 13 अप्रैल तक पूछताछ के लिए रिमांड पर सौंपा. अनुसंधान अधिकारी रतन सिंह ने आरोपी के 164 के कलम बंद बयान की न्यायालय में अर्जी दी है. गुरुवार शाम घटनास्थल पर एसआईटी की टीम दोबारा पहुंची. इस बार मृतक के परिजन भी टीम के साथ थे. एसआईटी टीम ने सैलून की दुकान का मौका देखा और हमलावरों के आने और वारदात के बाद वापस भाग जाने में इस्तेमाल वाहनों की संभावनाओं को तलाशा. पुलिस सूत्रों के अनुसार 20 हमलावर होने तक की जानकारी सामने आ रही है.