चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना वायरस अपना पैर पसार रहा है. जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार सुबह आई रिपोर्ट में 14 नए कोरोना संक्रमित सामने आए हैं. जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 287 हो गई है.
कोरोना रिपोर्ट आने के बाद एक तरफ जहां प्रशासन ने शहर के बाजारों को बंद करवाया, तो वहीं अधिकरियो ने बाजारों का निरीक्षण किया. जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ शहर के समीपवर्ती पुठोली गांव में नौ और तो निंबाहेड़ा में 5 केस पॉजिटिव पाए गए है. अब शहर में कोरोना के कुल एक्टिव केस बढ़ कर 65 हो गई है.
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इससे पूर्व शुक्रवार को 9 केस पॉजिटिव पाए गए थे, जो कि बड़ीसादड़ी, पुठोली, कोर्ट परिसर, कुंभानगर से थे. शनिवार सुबह आई रिपोर्ट में नौ केस पुठोली के हैं. ऐसे में पुठोली में कुल 13 केस सामने आ चुके हैं. उसमें एक पिता-पुत्र भी पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनका एक मकान चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय के कुंभानगर में भी है. पिता की दुकान शहर के ढुंचा बाजार और पुत्र की दुकान न्यू क्लॉथ मार्केट में है.
संक्रमित होने की खबर मिलते ही एकाएक हलचल मच गई. सूचना पर एसडीएम श्याम सुंदर विश्नोई, डिप्टी अमित सिंह और कोतवाली थाना अधिकारी तुलसीराम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया. यहां ढुंचा बाजार, न्यू क्लॉथ मार्केट की गली को बैरिकेडिंग लगा कर बंद कर करके जीरो मोबिलिटी घोषित कर दिया गया है.
मेडिकल टीम भी इनके संपर्क में आए लोगों की हिस्ट्री खंगाल रही है. सभी के सैंपल लिए जाएंगे. वहीं संक्रमित आए लोगों को कोविड अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इनके मकानों और दुकानों के आसपास हाइपोक्लोराइट का छिड़काव भी किया गया है. इसके साथ परिवार और परिजनों को भी होम क्वॉरेंटाइन किया गया है.
गौरतलब है कि गत 25 अप्रैल को जिले के निंबाहेड़ा क्षेत्र में वायरस ने पहली बार दस्तक दी थी. इसके बाद यह संख्या बढ़ते हुए 200 तक पहुंच गई थी, लेकिन तत्कालीन कलेक्टर और प्रशासन ने शीघ्रता से सभी सीमाओं को बंद कर दिया था और प्रवासियों का आना जाना बंद कर दिया था.
इसके बाद काफी हद तक कोरोना वायरस को रोक पाने में स्थानीय प्रशासन ने सफलता हासिल कर ली थी. एक्टिव केस की संख्या न्यूनतम 2 तक पहुंच गई थी, लेकिन अचानक बढ़ रहे हैं प्रवासियों के आगमन से इस वायरस ने फिर से अपने पैर पसारने शुरू होकर कर दिए. वहीं यह भी माना जा रहा है लॉकडाउन में दी गई छूट के कारण कई लोग लापरवाह होकर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को भूलते जा रहे हैं. हालांकि पुलिस रोज नाकाबंदी कर मास्क नहीं लगाने वालों की धरपकड़ कर रही है.