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जयपुर में पानी की बेहद कमी... फिर भी धीमी गति से चल रहा ट्यूबवेल खोदने का काम

जलदाय विभाग द्वारा 732 ट्यूबवेल खोदने की योजना बनाई गई है. उसमें से करीब 500 ट्यूबवेल खोदे जा चुके हैं. लेकिन, हकीकत में इन 500 में से मात्र 377 ट्यूबवेल ही जयपुर की जनता की प्यास बुझा रहे हैं.

जयपुर में जल भवन
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Published : Jun 9, 2019, 4:53 PM IST

जयपुर. प्रदेश में जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे लोग पानी की कमी से भी जूझ रहे हैं. जलदाय विभाग कुंभकरण की नींद सोया हुआ है. जलदाय विभाग का दावा है कि पानी की किल्लत को दूर करने के लिए 732 ट्यूबवेल खोदने की योजना बनाई गई है और उसमें से करीब 500 ट्यूबवेल खोदे जा चुके हैं. लेकिन, हकीकत में इन 500 में से केवल 377 ट्यूबवेल ही जयपुर की जनता की प्यास बुझा रहे हैं.

बीसलपुर में पानी की कमी होने के कारण जलदाय विभाग वहां से कम पानी ले रहा है और बाकी पानी की पूर्ति ट्यूबवैल्स से की जा रही है. इसके लिए विभाग ने योजना भी बनाई थी, जिसके अनुसार जयपुर शहर में 732 ट्यूबवेल्स से पानी पहुंचाना था. इनमें से 377 ट्यूबवेल से ही पानी जनता तक पहुंचाया जा रहा है. इनसे 55 एमएलडी पानी ही जयपुर की जनता को मिल रहा है.

जलदाय विभाग द्वारा ट्यूबवेल खुदाई में दो प्रोजेक्टों पर काम किया जा रहा है. पहले प्रोजेक्ट के तहत 279 ट्यूबवेल खोदे जाने थे. इनमें से 239 ट्यूबवेल्स खोदे जा चुके हैं. इनमें से 188 ट्यूबवेल से पानी भी मिल रहा है. इसके अलावा दूसरे प्रोजेक्ट में 453 में से 260 ट्यूबवेल खोदे जा चुके हैं और इन 260 में से 189 ट्यूबवेल से ही पानी मिल रहा है. इसके अलावा पुराने ट्यूबवेल से 130 एमएलडी पानी दिया जा रहा है, बाकी 330 एमएलडी पानी बीसलपुर बांध से लिया जा रहा है.

जयपुर में जलदाय विभाग धीमी गति से कर रहा ट्यूबवेल खोदने का काम

मुख्य चीफ इंजीनयर आईडी खान ने बताया कि ट्यूबवेल खोदने का काम लगातार किया जा रहा है. काम की ढ़िलाई को लेकर उन्होंने इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि पहले हमारे पास मशीनें कम थी. अब मशीनें भी बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा कि 22 मशीनों से ट्यूबवेल खोदने का काम किया जा रहा है.

जयपुर. प्रदेश में जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे लोग पानी की कमी से भी जूझ रहे हैं. जलदाय विभाग कुंभकरण की नींद सोया हुआ है. जलदाय विभाग का दावा है कि पानी की किल्लत को दूर करने के लिए 732 ट्यूबवेल खोदने की योजना बनाई गई है और उसमें से करीब 500 ट्यूबवेल खोदे जा चुके हैं. लेकिन, हकीकत में इन 500 में से केवल 377 ट्यूबवेल ही जयपुर की जनता की प्यास बुझा रहे हैं.

बीसलपुर में पानी की कमी होने के कारण जलदाय विभाग वहां से कम पानी ले रहा है और बाकी पानी की पूर्ति ट्यूबवैल्स से की जा रही है. इसके लिए विभाग ने योजना भी बनाई थी, जिसके अनुसार जयपुर शहर में 732 ट्यूबवेल्स से पानी पहुंचाना था. इनमें से 377 ट्यूबवेल से ही पानी जनता तक पहुंचाया जा रहा है. इनसे 55 एमएलडी पानी ही जयपुर की जनता को मिल रहा है.

जलदाय विभाग द्वारा ट्यूबवेल खुदाई में दो प्रोजेक्टों पर काम किया जा रहा है. पहले प्रोजेक्ट के तहत 279 ट्यूबवेल खोदे जाने थे. इनमें से 239 ट्यूबवेल्स खोदे जा चुके हैं. इनमें से 188 ट्यूबवेल से पानी भी मिल रहा है. इसके अलावा दूसरे प्रोजेक्ट में 453 में से 260 ट्यूबवेल खोदे जा चुके हैं और इन 260 में से 189 ट्यूबवेल से ही पानी मिल रहा है. इसके अलावा पुराने ट्यूबवेल से 130 एमएलडी पानी दिया जा रहा है, बाकी 330 एमएलडी पानी बीसलपुर बांध से लिया जा रहा है.

जयपुर में जलदाय विभाग धीमी गति से कर रहा ट्यूबवेल खोदने का काम

मुख्य चीफ इंजीनयर आईडी खान ने बताया कि ट्यूबवेल खोदने का काम लगातार किया जा रहा है. काम की ढ़िलाई को लेकर उन्होंने इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि पहले हमारे पास मशीनें कम थी. अब मशीनें भी बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा कि 22 मशीनों से ट्यूबवेल खोदने का काम किया जा रहा है.

Intro:जयपुर। प्रदेश में जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है वैसे वैसे लोग पानी की कमी से भी जूझ रहे हैं पानी के लिए कई क्षेत्रों में हाहाकार मचा हुआ है लोग प्रदर्शन करने को भी मजबूर है। इन सब के बावजूद भी जलदाय विभाग कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है। पानी के लिए कोई जतन नहीं कर रहा । जलदाय विभाग का दावा है कि पानी की किल्लत को दूर करने के लिए 732 ट्यूबवेल खोदने की योजना बनाई गई है और उसमें से करीब 500 ट्यूबवेल खोदे जा चुके हैं लेकिन हकीकत में इन 500 में से मात्र 377 ट्यूबवेल ही जयपुर की जनता की प्यास बुझा रहे हैं।


Body:बीसलपुर में पानी कम होने के कारण जलदाय विभाग वहां से कम पानी ले रहा है और बाकी पानी की पूर्ति ट्यूबवैलों से की जा रही है इसके लिए विभाग ने योजना भी बनाई थी और जयपुर शहर में 732 ट्यूबवेल्स से पानी पहुंचाना था। इनमें से 377 ट्यूबवेल से ही पानी जनता तक पहुंचाया जा रहा है। इनसे 55 एमएलडी पानी जयपुर की जनता को मिल रहा है।
जलदाय विभाग द्वारा ट्यूबवेल खुदाई में दो प्रोजेक्टों पर काम किया जा रहा है। पहले प्रोजेक्ट के तहत 279 ट्यूबवेल खोदे जाने थे इनमें से 239 ट्यूबवेल्स खोदे जा चुके है और 188 ट्यूबवेल से पानी भी मिल रहा है इसके अलावा दूसरे प्रोजेक्ट में 453 में से 260 ट्यूबवेल खोदे ज चुके हैं और इन 260 में से 189 ट्यूबवेल से ही पानी मिल रहा है। इसके अलावा पुराने ट्यूबवेल से 130 एमएलडी पानी दिया जा रहा है। इसके अलावा 330 एमएलडी पानी बीसलपुर बांध से लिया जा रहा है।


Conclusion:मुख्य चीफ इंजीनयर आईडी खान ने बताया कि ट्यूबवेल खोदने का काम लगातार किया जा रहा है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को पानी पिलाया जा रहा है। उनसे सवाल किया गया कि इनका काम धीमी गति से चल रहा है औए कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं। उन्होंने इससे साफ इंकार कर दिया उन्होंने कहा कि पहले हमारे पास मशीनें कम थी अब मशीनें भी बढ़ा दी गई है उन्होंने कहा कि 22 मशीनों से ट्यूबवेल खोदने का काम किया जा रहा है।
ऐसा लगता है कि जिस हिसाब से ट्यूबवेल खोदने का काम किया जा रहा है तब तक मानसून भी आ जायेगा और विभग की योजना अधूरी रह जायेगी। और मानसून आने तक जनता को पानी की किल्लत से जूझना ही पडेगा।

पीटूसी रमेश टांक
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