जयपुर. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन(NHM) में भर्तियों को लेकर चल रहे घमासान के बीच एनएचएम एमडी डॉ समित शर्मा ने कहा है कि भर्ती की प्रक्रिया स्वीकृति लेकर की जा रही थी और कम्युनिकेशन गैप होने के कारण शायद भर्तियों की जानकारी चिकित्सा मंत्री तक नहीं पहुंच पाई.
उन्होंने कहा कि एनएचएम में जो भर्तियां की जा रही थी, उसे लेकर भारत सरकार ने स्वीकृति जारी की थी. लोकसभा चुनाव होने के कारण आचार संहिता लगी हुई थी और आयुष्मान भारत योजना से भी यह भर्तियां जुड़ी हुई है. ऐसे में जल्द से जल्द इस पर काम करना जरूरी था. वहीं इलेक्शन और आचार संहिता के दौरान भारत सरकार ने इलेक्शन कमिशन से विशेष अनुमति लेकर इन भर्तियों को शुरू करने की स्वीकृति भी जारी की थी.
इसमें यह भी कहा गया था कि किसी भी पॉलीटिकल एग्जीक्यूटिव को इसमें शामिल नहीं किया जाए. ताकि, आचार संहिता का उल्लंघन ना हो. विभाग की ओर से भर्तियों को लेकर ऑनलाइन और ऑफलाइन विज्ञप्ति भी जारी की गई थी. तो ऐसे में डॉ समित शर्मा का कहना है कि इसमें छुपाने वाली कोई बात नहीं थी. इसके अलावा डीओआईटी द्वारा इसे लेकर ऑनलाइन आवेदन भी मांगे गए थे. डॉ समित शर्मा ने यह भी कहा कि अगर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को किसी कारणवश इसकी जानकारी नहीं मिल पाई तो इसमें कहीं ना कहीं कम्युनिकेशन गैप हो सकता है.
एनएचएम एमडी का कहना है कि मामले को लेकर किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार नहीं किया गया है. जिस स्तर पर भ्रष्टाचार करने की कोशिश की जा रही थी. उस व्यक्ति को सस्पेंड किया जा चुका है. और मैं खुद भी हर तरह की जांच के लिए तैयार हुं.