जयपुर. शुक्रवार को आए आम बजट में केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर सेस बढ़ाने की घोषणा की है. जिसके बाद पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है. केंद्र सरकार द्वारा सेस बढ़ाने के बाद पेट्रोल पर 2 रुपये 41 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी तो वहीं डीजल पर 2 रुपये 37 पैसे की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. वहीं जहां केंद्र ने तेल के दामों में बढ़ोतरी की तो ऐसे में राज्य सरकार कहां पीछे रहने वाली थी.
बता दें कि ऐसे मौके पर राज्य सरकार ने भी बहती गंगा में हाथ धोए और पेट्रोल और डीजल पर वैट लगा दिया. जिसके बाद तेल के दामों में जो बढ़ोतरी हुई उसने कोढ़ में खाज का काम किया है. राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 4-4 प्रतिशत वैट बढ़ा दिया है. अब वैट और सेस बढ़ने के बाद पेट्रोल पर 4 रुपये 62 पैसे की बढ़ोतरी हुई है तो वहीं डीजल पर4 रुपये 59 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. जिसके बाद पेट्रोल के दाम 75 रुपये 77 पैसे और डीजल के दाम 71 रुपये 24 पैसे हो गए हैं.
राजस्व का नुकसान
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई ने बताया कि जिस तरह से तेल के दामों में बढ़ोतरी हुई है इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि पड़ोसी राज्यों में तेल के दाम राजस्थान से कम हैं तो ऐसे में राजस्व का नुकसान भी सरकार को झेलना होगा.
इस संबंध में उन्होंने कुछ समय पहले वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव निरंजन आर्य से भी मुलाकात की थी और पेट्रोल डीजल पर वैट घटाने की मांग रखी थी. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा तेल के दामों में की गई बढ़ोतरी के बाद इसका सीधा असर आम जनता के बजट पर पड़ने वाला है.