बाड़मेर. राजस्थानी नहीं पूरे भारत में इस बार मोदी की सुनामी को देखा गया है. सबसे बड़ी सुनामी बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर देखी जा सकती है. जिस तरीके से 2014 में बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर भाजपा को सिर्फ 87,461 वोटों से ही जीत मिली थी वहीं 2019 में मोदी जी की सुनामी इस तरीके से आई कि भाजपा और बाड़मेर जैसलमेर इतिहास के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और 3,23,808 मतों से भाजपा के प्रत्याशी कैलाश चौधरी ने जीत हासिल कर दी.
भाजपा ने इस बार कर्नल सोनाराम चौधरी का टिकट काटकर कैलाश चौधरी को मौका दिया था. भाजपा ने टिकट वितरण से पहले पूर्व आईपीएस महेंद्र चौधरी का नाम आगे किया था. बाद में आरएसएस की रणनीति के तहत सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी का टिकट काटकर बायतु से विधायक का चुनाव हारे कैलाश चौधरी को मौका दिया. कर्नल सोनाराम चौधरी विधानसभा चुनाव बाड़मेर से हार गए थे इसलिए पार्टी ने उन पर खेलना उचित नहीं समझा. संघ का निर्णय काम आया और कैलाश चौधरी ने भाजपा को यहां पर बड़ी जीत दिलाई.