जयपुर. लोकसभा चुनाव के तहत 23 मई को होने वाली मतगणना को किस तरह से किया जाए, इसको लेकर निर्वाचन विभाग की तरफ से मतगणना से जुड़े अधिकारियों को विशेष ट्रेनिंग दी गई. 3 दिन तक चले इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षक मास्टर ट्रेनर्स द्वारा ईवीएम वीवीपैट, बैलट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, डाक मतपत्र आदि के बारे में जानकारी देते हुए मतगणना के तरीकों के बारे में बताया.
ट्रेनिंग के आखिरी दिन प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर मौजूद रहे. ट्रेनिंग के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने पहले तो प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान कराने पर सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को बधाई दी. साथ ही कहा कि अब सभी जिला निर्वाचन अधिकारी और मतगणना से जुड़े कर्मचारियों और अधिकारियों के सामने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतगणना कराने की जिम्मेदारी है.
किसी भी तरह से मतगणना के दौरान कोई भी ऐसी शिकायत नहीं है, जिसको लेकर निर्वाचन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हों. ट्रेनिंग के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से ईवीएम वीवीपैट को लेकर बरती जा रही सुरक्षा के बारे में बारीकी से जानकारी ली साथ ही आवश्यक निर्देश भी दिए. उन्होंने ईटीपीबीएस की गणना के वक्त बरती जाने वाली सावधानी और नियम कानून के बारे में विस्तार से समझाया.
गौरतलब है कि स्ट्रांग रूम से मतगणना स्थल तक मशीनों की संपूर्ण वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने मतगणना में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के दिशा निर्देश दिए. इसमें इसके साथ ही ट्रेनिंग सेंटर पर मॉडल मतगणना केंद्र बनाया गया। जिससे व्यवहारिक प्रशिक्षण मिल सके. इसमें भी वीवीपैट के लिए अलग एंक्लोजर में ईवीएम के मतों की पर्चियों का मिलान कैसे होगा.
उन्होंने बताया कि अलग-अलग टेबल में मतगणना के लिए जालीदार गेट लगाए गए हैं. मतगणना 23 मई को सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इसमें सबसे पहले डाक मतपत्रों एवं ईटीपीबीएस की गणना की जाएगी. उसके बाद 8:30 बजे से ईटीपीवीबीएस से गणना शुरू होगी. ट्रेनिंग के आखिरी दिन भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ सलाहकार भंवरलाल भी मौजूद रहे.