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Special: इस सरकारी स्कूल के प्रिसिंपल को सलाम, अपने पैसों से बदहाल भवन की बदली तस्वीर

बूंदी के गरड़दा में 4 साल से बदहाल हो रहे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के भवन को प्रिंसिपल ने कोविड-19 में अपनी ड्यूटी के दौरान संवार दिया. प्रिंसिपल ने अपनी निजी पूंजी से स्कूल की बदहाली को सुधारते हुए एक नया विद्यालय खड़ा कर दिया. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jun 5, 2020, 4:16 PM IST

Updated : Jun 5, 2020, 7:28 PM IST

Government Higher Secondary School ,  gararda school, bundi news
4 चार से स्कूल भवन हो रहा था बदहाल

बूंदी. कहते हैं कि मन में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो सब कुछ हासिल किया जा सकता है. ऐसा ही बूंदी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गरड़दा में कार्यरत प्रिंसिपल मुरलीधर शर्मा ने किया है. प्रिंसिपल ने अपने निजी पूंजी से स्कूल की बदहाल हालत को सुधारते हुए एक नया विद्यालय खड़ा कर दिया.

प्रिंसिपल ने बदल दी स्कूल की तस्वीर

हुआ यूं कि कोविड-19 में अपनी ड्यूटी के दौरान मिले खाली समय में घर नहीं जाकर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गरड़दा के प्रिंसिपल ने अपने स्कूल की सूरत बदलने का काम शुरू किया. इस स्कूल में कोविड-19 कंट्रोल रूम बनाया गया है. 28 मार्च को प्रिंसिपल मुरलीधर शर्मा की ड्यूटी कंट्रोल रूम में लगी.

Government Higher Secondary School ,  gararda school, bundi news
गरड़दा स्कूल भवन बदहाल

अधिकारियों के चैलेंज को स्वीकार कर बदल दी स्कूल की तस्वीर

इस दौरान उच्च अधिकारी इस कंट्रोल रूम का दौरा करने के लिए पहुंचते और स्कूल की हालत देख कर कमेंट भी करते, जिस पर प्रिंसिपल मुरलीधर शर्मा ने अधिकारियों को चैलेंज करते हुए कहा कि आप अगले बार दौरा करने के लिए आएंगे, तो आपको यह बदहाल स्कूल नए रूप में मिलेगा.

पढ़ें- जोधपुर का दीपक अब दीपिका मारवाड़ी बनकर खुश है...

प्रिंसिपल ने पेश की अनूठी मिसाल

फिर क्या था उस दिन से ही प्रिंसिपल शर्मा ने ठान लिया और स्कूल को संवारने में जुट गए. हाथों में कूंची उठाई और रंग रोगन करने में जुट गए. स्कूल बंद था और कंट्रोल रूम में कोरोना का नियंत्रण करने में प्रिंसिपल की ड्यूटी लगाई गई थी. प्रिंसिपल अपनी ड्यूटी के बाद स्कूल में रंग रोगन करना शुरू कर देते. जिसका जल्द ही असर भी दिखने लगा. बदहाल हुआ स्कूल धीरे-धीरे अच्छा लगने लगा. जल्द ही प्रिंसिपल की मेहनत सफल हुई और देखते ही देखते स्कूल ने नया रूप ले लिया. शिक्षक ने अपने ड्यूटी के दौरान स्कूल की हालात को सुधार कर एक अनूठी मिसाल पेश की है.

Government Higher Secondary School ,  gararda school, bundi news
प्रिंसिपल ने बनाई पेंटिग्स

पिछले 4 साल से बदहाल था गरड़दा का सीनियर सेकेंडरी स्कूल

प्रिंसिपल मुरलीधर ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि स्कूल भवन की रंगाई-पुताई 4-5 साल से नहीं हुई थी. परिसर में भी गंदगी फैली हुई थी. शर्मा की ड्यूटी लॉकडाउन के दौरान गांव में बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखना, जांच करना, होम आइसोलेट करना, सर्वे करना और रिपोर्ट भेजने जैसे काम के साथ ही रात में घरों से निकलने वाले लोगों पर नजर रखनी भी थी. 24 घंटे ड्यूटी के कारण यह अपने घर भी नहीं जा पाए.

पढ़ें- विशेष: नागौर के इस गांव में 550 सालों से चली आ रही है पर्यावरण संरक्षण की परंपरा

खुद के पैसों से स्कूल को दिया स्कूल को नया रूप

मुरलीधर ने बताया कि ऐसे में वे खुद के पैसों से रंग के सामान ले आए और रंग रोगन करना शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने स्कूल में 50 पौधे भी लगा दिए. स्कूल में करीब 350 छात्र हैं और 18 कमरे हैं. लॉकडाउन के दौरान स्कूल की बिल्डिंग पर पेंटिंग और कमरों की पुताई भी पूरी हो गई है और स्कूल के हर कमरे के अंदर छात्रों को जागरूक करने वाले स्लोगन प्रिंसिपल की ओर से लिख दिए गए हैं.

Government Higher Secondary School ,  gararda school, bundi news
स्कूल की नई तस्वीर

प्रिंसिपल का कहना है कि जुलाई में जब भी सत्र शुरू होगा तो छात्रों को स्कूल का भवन अच्छा लगेगा. उनका कहना है कि स्कूल के भवन के साथ आदिवासी इलाका है, उसमें स्कूल के नामांकन का शत-प्रतिशत भी बढ़ेगा.

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प्रिंसिपल ने किया रंग रोगन

प्रिंसिपल की कर रहे सराहना

वहीं, प्रिंसिपल की ग्रामीणों से लेकर छात्र और अध्यापक भी तारीफ करने से नहीं चूक रहे हैं. उनका कहना है कि स्कूल के प्रिंसिपल मुरलीधर शर्मा ने बहुत ही अच्छा कार्य किया है जो किसी ने नहीं सोचा था वह करके दिखाया है. यही नहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी भी प्रिंसिपल की इस पहल की तारीफ कर रहे हैं.

बूंदी. कहते हैं कि मन में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो सब कुछ हासिल किया जा सकता है. ऐसा ही बूंदी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गरड़दा में कार्यरत प्रिंसिपल मुरलीधर शर्मा ने किया है. प्रिंसिपल ने अपने निजी पूंजी से स्कूल की बदहाल हालत को सुधारते हुए एक नया विद्यालय खड़ा कर दिया.

प्रिंसिपल ने बदल दी स्कूल की तस्वीर

हुआ यूं कि कोविड-19 में अपनी ड्यूटी के दौरान मिले खाली समय में घर नहीं जाकर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गरड़दा के प्रिंसिपल ने अपने स्कूल की सूरत बदलने का काम शुरू किया. इस स्कूल में कोविड-19 कंट्रोल रूम बनाया गया है. 28 मार्च को प्रिंसिपल मुरलीधर शर्मा की ड्यूटी कंट्रोल रूम में लगी.

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गरड़दा स्कूल भवन बदहाल

अधिकारियों के चैलेंज को स्वीकार कर बदल दी स्कूल की तस्वीर

इस दौरान उच्च अधिकारी इस कंट्रोल रूम का दौरा करने के लिए पहुंचते और स्कूल की हालत देख कर कमेंट भी करते, जिस पर प्रिंसिपल मुरलीधर शर्मा ने अधिकारियों को चैलेंज करते हुए कहा कि आप अगले बार दौरा करने के लिए आएंगे, तो आपको यह बदहाल स्कूल नए रूप में मिलेगा.

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प्रिंसिपल ने पेश की अनूठी मिसाल

फिर क्या था उस दिन से ही प्रिंसिपल शर्मा ने ठान लिया और स्कूल को संवारने में जुट गए. हाथों में कूंची उठाई और रंग रोगन करने में जुट गए. स्कूल बंद था और कंट्रोल रूम में कोरोना का नियंत्रण करने में प्रिंसिपल की ड्यूटी लगाई गई थी. प्रिंसिपल अपनी ड्यूटी के बाद स्कूल में रंग रोगन करना शुरू कर देते. जिसका जल्द ही असर भी दिखने लगा. बदहाल हुआ स्कूल धीरे-धीरे अच्छा लगने लगा. जल्द ही प्रिंसिपल की मेहनत सफल हुई और देखते ही देखते स्कूल ने नया रूप ले लिया. शिक्षक ने अपने ड्यूटी के दौरान स्कूल की हालात को सुधार कर एक अनूठी मिसाल पेश की है.

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प्रिंसिपल ने बनाई पेंटिग्स

पिछले 4 साल से बदहाल था गरड़दा का सीनियर सेकेंडरी स्कूल

प्रिंसिपल मुरलीधर ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि स्कूल भवन की रंगाई-पुताई 4-5 साल से नहीं हुई थी. परिसर में भी गंदगी फैली हुई थी. शर्मा की ड्यूटी लॉकडाउन के दौरान गांव में बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखना, जांच करना, होम आइसोलेट करना, सर्वे करना और रिपोर्ट भेजने जैसे काम के साथ ही रात में घरों से निकलने वाले लोगों पर नजर रखनी भी थी. 24 घंटे ड्यूटी के कारण यह अपने घर भी नहीं जा पाए.

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खुद के पैसों से स्कूल को दिया स्कूल को नया रूप

मुरलीधर ने बताया कि ऐसे में वे खुद के पैसों से रंग के सामान ले आए और रंग रोगन करना शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने स्कूल में 50 पौधे भी लगा दिए. स्कूल में करीब 350 छात्र हैं और 18 कमरे हैं. लॉकडाउन के दौरान स्कूल की बिल्डिंग पर पेंटिंग और कमरों की पुताई भी पूरी हो गई है और स्कूल के हर कमरे के अंदर छात्रों को जागरूक करने वाले स्लोगन प्रिंसिपल की ओर से लिख दिए गए हैं.

Government Higher Secondary School ,  gararda school, bundi news
स्कूल की नई तस्वीर

प्रिंसिपल का कहना है कि जुलाई में जब भी सत्र शुरू होगा तो छात्रों को स्कूल का भवन अच्छा लगेगा. उनका कहना है कि स्कूल के भवन के साथ आदिवासी इलाका है, उसमें स्कूल के नामांकन का शत-प्रतिशत भी बढ़ेगा.

Government Higher Secondary School ,  gararda school, bundi news
प्रिंसिपल ने किया रंग रोगन

प्रिंसिपल की कर रहे सराहना

वहीं, प्रिंसिपल की ग्रामीणों से लेकर छात्र और अध्यापक भी तारीफ करने से नहीं चूक रहे हैं. उनका कहना है कि स्कूल के प्रिंसिपल मुरलीधर शर्मा ने बहुत ही अच्छा कार्य किया है जो किसी ने नहीं सोचा था वह करके दिखाया है. यही नहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी भी प्रिंसिपल की इस पहल की तारीफ कर रहे हैं.

Last Updated : Jun 5, 2020, 7:28 PM IST
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