बूंदी. जिले की हिंडोली उपखण्ड की धोवडा ग्राम पंचायत में मेट द्वारा खुलेआम मनरेगा श्रमिकों से काम देने की एवज में अवैध चौथ वसूली का मामला सामने आया है. श्रमिकों का आरोप है कि मेट की ओर से चौथ वसूली की जाती है. इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है. इस संबंध में उपखंड अधिकारी हिंडोली कुलदीप सिंह शेखावत का कहना है कि 9 दिसंबर को श्रमिकों ने शिकायत दी थी. मामले की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
श्रमिकों के अनुसार इस अवैध चौथ वसूली में मेट तो छोटी मछलियां हैं, इसमें बड़े-बड़े ठेकेदार भी शामिल हैं. श्रमिकों का कहना है कि कार्रवाई नहीं होने से मेट व ठेकेदारों के हौसले बुलंद है और मजबूरन श्रमिक इस अवैध चौथ वसूली का शिकार होने को मजबूर हैं. नरेगा श्रमिक राम प्रसाद सेन के अनुसार सरपंच और मेट की मिलीभगत से धोवड़ा पंचायत में पिछले 4 साल से अवैध वसूली का खेल चल रहा है. बिना काम किए ही पेमेंट किया जा रहा है. काम देने की एवज में प्रत्येक श्रमिक से 300 से 500 रुपए लिए जा रहे हैं. जो पैसा नहीं देता उसका नाम मस्ट्रोल से काट दिया जाता है तथा धमकी दी जाती है कि अगर किसी से शिकायत की तो मस्ट्रोल से नाम हमेशा के लिए काट दिया जाएगा. मजबूरन श्रमिक पैसे दे रहा है.
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चौथ वसूली को लेकर श्रमिकों ने शिकायत 9 दिसंबर को उपखंड अधिकारी हिंडोली को की, लेकिन आज दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. मामले को लेकर उपखंड अधिकारी हिंडोली कुलदीप सिंह शेखावत ने बताया कि में छुट्टियों पर चल रहा हूं. श्रमिकों ने 9 दिसंबर को शिकायत दी है. सोमवार को ज्वाइन करूंगा. मामले की जांच करवाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.