बूंदी. पेशे से वकील जगदीश गुप्ता ने पत्नी का आकस्मिक निधन होने के बाद नेत्रदान करने का निर्णय लिया. इस सकारात्मक और सार्थक कदम की हर तरफ प्रशंसा हो रही है.
जानकारी के अनुसार पेशे से वकील जगदीश गुप्ता की पत्नी का शुक्रवार को आकस्मिक निधन हो गया था. इसके बाद परिजनों ने आपस में चर्चा कर नेत्रदान करने का निर्णय लिया. जगदीश गुप्ता ने परिजनों से बात कर पत्नी सुशीला गुप्ता के नेत्रदान की स्वीकृति ली.
परिवार की स्वीकृति के बाद नेत्र डॉक्टर कुलवंत सिंह और उनकी टीम ने तत्काल प्रबंध किया और कोटा से बूंदी जिला मोर्चरी पहुंचकर नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न कराई. नेत्र टीम ने परिजनों के इस अनुकरणीय कार्य के लिए प्रमाण-पत्र भी सौंपा.
चिकित्सक कुलवंत सिंह ने कहा की नेत्रदान महादान है और बूंदी में भी लोगो में जागरूकता आ रही है. केवल कुछ घंटो का यह निर्णय कई लोगों को आँखों की रोशनी दे सकता है.इस लिए जब भी निर्णय लें, जल्द लें ताकि टीम तुरंत पहुंचकर नेत्रदान सम्पन्न करावा सके.
वकील जगदीश गुप्ता ने कहा की अपनी इच्छा से ही अपने पत्नी का नेत्रदान करवाया है. सामाजिक पहल करते हुए लोगो से भी कहना चाहता हूं कि वह भी इस तरह के सामाजिक कार्यों में आगे आएं.