बीकानेर. केंद्र सरकार की गाइडलाइन और राज्य सरकार के प्रयासों के बाद प्रवासी अब अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. बुधवार को सुबह बीकानेर में बंगाल से 5 बसों में प्रवासी पहुंचे. करीब डेढ़ सौ से ज्यादा लोग बीकानेर के अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले हैं और बीकानेर में बाइपास पर इन लोगों के पहुंचने पर मेडिकल टीम ने स्क्रीनिंग की. इसके बाद सभी को होम क्वॉरेंटाइन में रहने के दिशा-निर्देश भी दिए गए.
बंगाल से इन लोगों के बीकानेर पहुंचने में विप्र फाउंडेशन राजस्थान के ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला और बीकाना फाउंडेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लगातार सरकारों के साथ संबंध में समन्वय कर इन लोगों को बीकानेर लाने के लिए जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करवाया.
कोलकाता में रोजगार के लिए गए हुए बीकानेर के देशनोक और आसपास के क्षेत्रों के रहने वाले लोगों ने कहा कि लॉकडाउन के चलते वहां अपने घरों में कैद थे और अब खुद के जन्मभूमि पर आकर उन्हें अच्छा लग रहा है. बस में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी बीकानेर पहुंचे.
यह भी पढ़ें- किसानों से जुड़ा बड़ा फैसला: कृषि उपज की खरीद-बिक्री पर लगेगा कृषक कल्याण शुल्क..
किरण देवी ने कहा कि अब घर पहुंच कर उन्हें अच्छा लग रहा है. वहीं देशनोक के रहने वाले महेंद्र भूरा ने कहा कि 3 तारीख को वे बंगाल से रवाना हुए थे और अब घर पहुंच गए हैं, तो काफी सुकून है. बंगाल से आए इन लोगों को लाने में विप्र फाउंडेशन और बीकाणा फाउंडेशन ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई.
बीकानेर फाउंडेशन के सचिव कमल कला ने कहा कि 5 बसों में 153 से ज्यादा लोग आए हैं और इसके अलावा और भी लोग देश के अलग-अलग राज्यों से आने के लिए प्रयासरत है. उनको भी लाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को एडवाइजरी की पालना के लिए कहा गया है और सभी की बीकानेर में पहुंचते ही थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जांचें करवाई गई है. किसी में कोरोना से जुड़ा किसी प्रकार का कोई लक्षण नहीं है.