बीकानेर. अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव 13 से 15 जनवरी तक आयोजित (International Camel Festival) होगा. इस साल अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव में कई नए आयाम जोड़े गए हैं. सीमावर्ती क्षेत्र में पर्यटन विकसित करने के उद्देश्य से सांचू पोस्ट तैयार की गई है. जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा, 'पर्यटन रोजगार पैदा करने के साथ- साथ इतिहास और संस्कृति को दिखाने का माध्यम है. पर्यटन के जरिए विकास के कई क्रमों को जोड़ने का भी मौका मिलता है. राज्य सरकार द्वारा भी पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है.'
उत्सव का थीम सॉन्ग लॉन्च: उन्होंने बताया कि बीकानेर बाय नाइट आयोजन के जरिए से पाटों के इस शहर के रंग दुनिया के समक्ष रखे जाने का प्रयास किया जाएगा. इस अवसर पर उत्सव के थीम सॉन्ग की भी लॉन्चिंग की गई. सोशल मीडिया पर इस फेस्टिवल के प्रचार-प्रसार के लिए प्रोमो का भी विमोचन किया गया.
ऊंट उत्सव का मुख्य आकर्षण: तीन दिवसीय ऊंट उत्सव का मुख्य आकर्षण बीकानेर कार्निवल होगा. इसमें बीकानेर की वास्तुकला, वाद्य यंत्र और वेश-भूषा आधारित झांकी होगी. वहीं, विंटेज कार, बीएसएफ के ऊंटों का दस्ता, इन्फील्ड सवार बाईकर्स, स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट, बहुरूपिए, बीकानेर की उस्ता, मिनिएचर और मथेरण कला की झांकियां, सेना और बीएसएफ के बैण्ड के साथ सजे-धजे ऊंटों पर बैठे देशी-विदेशी पर्यटक आकर्षण के मुख्य केन्द्र होंगे.
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प्रतियोगिता का होगा आयोजन: फेस्टिवल के दौरान लिली पॉन्ड में बोट रेस और जीमण, शहरी परकोटे के दम्माणी चौक, डागा चौक और कोचरों के चौक में रम्मत, गणगौर नृत्य, घूमर और पारम्परिक वाद्य यंत्रों की प्रस्तुतियां दी जाएगी. फेस्टिवल के दौरान मिस्टर बीकाणा, मिस मरवण, ऊंट सजावट, फर कटिंग और ऊंट दौड़ प्रतियोगिता आयोजित होगी. ऊंट उत्सव के दौरान डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में लोक कार्यक्रमों पर आधारित संध्या, डेजर्ट एरिया में कुश्ती, कबड्डी, खो-खो, साफा बांधने की प्रतियोगिताएं, महिलाओं की मटका दौड़ आदि का आयोजन होगा.
ये होंगे उत्सव के प्रमुख आकर्षण: सेंड आर्ट प्रदर्शनी, हैंडी क्राफ्ट और फूड बाजार आकर्षण के केंद्र होंगे. तीन दिवसीय फेस्टिवल के दौरान रायसर के धोरों में भी कई तरह के आयोजन देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए किए जाएंगे.